हैदरगढ़, बाराबंकी- लोग अधिवक्तओं पर जबरन कब्जे का आरोप लगाते हैं यह तो कई बार सुनने में आता है। लेकिन सामने आए मामले में एक अधिवक्ता ने लोनीकटरा पुलिस व उच्चाधिकारियों को नामजद शिकायती पत्र देते हुए एक शिक्षक पर खाली पड़ी एक भूमि के साथ उसकी भूमि पर जबरन कब्जा करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार लोनीकटरा थाना क्षेत्र के बुढ़नापुर गांव निवासी अधिवक्ता सुनील कुमार पांडेय ने पुलिस को लिखित शिकायत में बताया कि उनका पुश्तैनी मकान अंकित आबादी गाटा संख्या 84 के भूखण्ड संख्या 105 पर काफी वर्षों से बना है, इसके साथ ही मकान के सामने प्रार्थी का चैंबर एवं मवेशियों के रखरखाव के लिये टीनशेडयुक्त एक कमरा भी बना है और इसी के साथ इससे जुड़ी लगभग 27 फीट लंबी दीवाल प्रार्थी के सहन की भूमि के बगल मौजूद है जो 35 वर्ष पुरानी है, पर जनपद लखनऊ के थाना शुशांत गोल्फ सिटी के ग्राम व पोस्ट खेवली निवासी शिक्षक संतोष विश्वकर्मा पुत्र सियाराम वर्मा (सरकारी अध्यापक हैं जो शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं) एवं पिता सियाराम वर्मा पुत्र स्व. पुत्तू विश्वकर्मा आदि बेटा व बाप जबरन अवैध कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। जिसमें ग्रामीणों की मानें तो गुरू घंटाल शिक्षक व उसके परिवारीजनों के पास खाली पड़ी किसी भी जमीन का कोई कागजी दस्तावेज तो दूर कोई दूसरे कागजात सरकारी अभिलेख तक सुलभ नहीं है। यहीं नही अधिवक्ता आरोपों को सच माना जाए तो अवैध कब्जा जमाने का प्रयास कर रहे बाप बेटा अधिवक्ता के भूमि से लगी गोकुल श्रीवास्तव की भूमि पर एक हफ्ता पूर्व मजदूरों सहित पहुंचकर कब्जा करने का प्रयास किया। जब मोहल्ला वालों ने एतराज किया तो अपनी दबंगई दिखाते हुए धमकी देते हुुए कहने लगा कि वो एतराज करने वालों की जमीन पर दीवाल तोड़कर कब्जा करने की धमकी देते हुए गाली गलौज करने लगा।
जानकारी अनुसार अधिवक्ता ने इस संबंध में थाना प्रभारी के साथ साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस महानिदेशक , पुलिस अधीक्षक और शिक्षामंत्री से भी शिक्षक संतोष विश्वकर्मा की लिखित शिकायत की है।