हरियाणा में तीसरी बार पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार बनने के बाद भी पलवल विधानसभा से भाजपा विधायक एवं हरियाणा राज्य के खेल मंत्री बनने के बावजूद विधानसभा क्षेत्र पलवल में स्थित घोड़ी गांव में शहिद ओमप्रकाश खेल परिसर इन दिनों अपनी दुर्दशा के लिए आंसू बहा रहा है। करीब एक दशक पूर्व हरियाणा प्रदेश में भाजपा की 2014 में सरकार बनते ही पंचायती राज ग्रामीण योजना के तहत पलवल विधानसभा के ऐतिहासिक गांव घोड़ी में स्थित गांव की पंचायती जमीन 6 एकड़ में खेल परिषद बनाने की घोषणा 13 दिसंबर 2024 को की थी साथ एक करोड़ 20 लाख 62 हजार रुपए की लागत मंजूर की गई थी। उसी बीच करीब 2 साल बाद यानी की 2016 में सलान्यास भी कर दिया गया और पहली किस्त की राशि 60 लाख रुपए पंचायती राज को दे दी गई जिससे स्टेडियम का काम चला रहा। इस बीच 1 जनवरी 2017 को ग्राम गोड़ी का एक जवान शहीद हो गया था जिनका नाम ओमप्रकाश था ग्रामीणों की मांग एवं भावनाओं को देखते हुए खेल परिसर घोड़ी को सरकार ने तब्दील करते हुए शहिद ओम प्रकाश खेल परिसर रख दिया उसी दौरान उनका दाह संस्कार भी इस खेल परिसर में हुआ था जिसकी ना तो आज तक समाधि बनाई गई है और ना ही उनके नाम पर बनने वाले स्मारक का निर्माण हुआ है।
खास बात यह है कि खेल परिसर का शिलान्यास सूचनापट खेल परिसर में कहीं भी नहीं लगाया गया है। भाजपा की हरियाणा प्रदेश में दूसरी बार सरकार भी बनी बावजूद उसके भी आज तक काम अधर में मुख्यमंत्री भी बदल गए दूसरे बने और तीसरी बार फिर भाजपा की हरियाणा में सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनी नायब सिंह सैनी फिर दूसरी बार मुख्यमंत्री बन गए आज भी वह घोड़ी गांव का शाहिद ओम प्रकाश खेल परिसर अपनी दुर्दशा के लिए आंसू बहा रहा है जहां ग्रामीण बच्चे अपनी प्रतिभा का हुनर तरसते आसपास के इलाकों या शहरों में जाकर अभ्यास कर रहे हैं वहीं ग्रामीण अपने बच्चों को लेकर बड़े चिंतित रहते हैं। वह प्रशासन एवं सरकार से उम्मीद लगाए हुए हैं हरियाणा का खेल मंत्री भी हमारे पलवल विधानसभा क्षेत्र से हैं उसके बावजूद भी कि हमारा घोड़ी गांव में एक दशक से खेल परिसर बनने का सपना हर रोज देख रहे है।
खेल परिसर का काम बंद पड़ा हुआ है जो अभी तक बनकर तैयार नहीं हुआ है। इसे लेकर अनेको बार कुछ जागरूक समाजसेवी ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के समक्ष अपनी इस समस्या को अवगत कराया लेकिन अभी तक जों की तों मामला अधर में लटका हुआ है जब इस संदर्भ में पके तहत बन रहा है उन्हीं के अकाउंट में खेल परिसर बनाने की राशि एक करोड़ 20 लाख 62 हजार आनी है। जैसे ही काम पूर्ण हो जाएगा और जब भी हमें सौपा जाएगा तो हम खेल परिसर घोड़ी में खेल से संबंधित सुविधाओं को तुरंत प्रभाव से संबंधित खेल गतिविधियों को चालू कर दिया जाएगा। जिला सहायक खेल अधिकारी, कुश्ती कोच सुदेश कुमारी ने बताया कि हमें खेल परिषद निर्माण कार्य मैं 12 फरवरी 2022 को कुछ शिकायतें मिली थी हमने मौके पर जाकर समस्याओं का निदान करते हुए दिशा निर्देश दिया था जो दुरुस्त कर दी गई थी। वही ( एचआरडीएफ ) हरियाणा ग्रामीण विकास निधि द्वारा 2024 के मध्य में 12 लाख रुपए खेल परिसर की रिपेयर के लिए दिए गए थे बावजूद उसके भी काम सही और पूरा नहीं हुआ है। ग्रामीणों का कहना है की खेल परिसर में शासन प्रशासन द्वारा कोई किसी प्रकार की सुविधा नहीं है लाइट लगी हुई है लेकिन बिजली नहीं है और बिजली हैवी तो बिजली मीटर नहीं है सम्मभर सीवल लगा हुआ है लेकिन ठीक से चालू नहीं है खेल परिषद बना हुआ है लेकिन खेलने की सही जगह उपलब्ध नहीं है कुछ ग्रामीणों द्वारा खेल परिसर ग्राउंड के ऊपर कर चारों तरफ बिजली के तार यानी की सर्विस डाली हुई है जो नियमित खेलने वाले बच्चों के साथ किसी भी घटना को अंजाम दे सकती हैं। खेल परिसर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं झाड़ियां बड़ी-बड़ी खड़ी है कुछ ऐसे सामाजिक तत्वों ने वहां पर अपने बैठने के अड्डे बनाए हुए हैं जहां पर वह अफीम, र्चश, की सीक्रेट वर्कर नशा करते हैं और दारू स्पीकर कर नशे मैं धुत वह आसपास के इलाकों में उत्पाद मचाते हुए नई-नई घटनाओं को अंजाम देते हैं। इतना कुछ होने के बावजूद भी शासन और प्रशासन चुप्पी सादे हुए हैं।लवल जिला खेल अधिकारी से संपर्क सादा गया तो वह छुट्टी पर मिले लेकिन उनके प्रतिनिधि यानी की जिला खेल सहायक, कुश्ती कोच सुदेश कुमारी ने जानकारी देते हैं बताया कि हमारा इस खेल परिसर से अभी तक कोई लेना-देना नहीं है यह खेल परिसर पंचायती राज ग्रामीण योजना
रिपोर्ट- संतोष शर्मा