बाराबंकी – जिला अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया जब इलाज के लिए आई एक महिला की तीन वर्षीय बच्ची अचानक भीड़भाड़ में गुम हो गई। पीरबटावन निवासी नौशीन बानो अपनी बेटी आयत फातिमा के साथ जिला अस्पताल स्थित आयुष्मान क्लीनिक (होम्योपैथी हॉल) में दवा लेने पहुंची थीं। भीड़ अधिक होने के कारण बच्ची अचानक नजरों से ओझल हो गई, जिससे महिला बदहवास हो गई और रोते-बिलखते अपनी बच्ची को खोजने लगी। वहीं, मौके पर मौजूद पत्रकार चौधरी उस्मान अली ने स्थिति को समझते हुए तुरंत अस्पताल चौकी इंचार्ज प्रदीप सिंह को सूचना दी और सीएमएस डॉ. वी.पी. सिंह को भी मामले से अवगत कराया। सीएमएस ने तुरंत सभी वार्डों और अस्पताल परिसर में बच्ची की तलाश शुरू करवाई। सुरक्षाकर्मियों की टीम अलर्ट मोड में आ गई और हर कोने-कोने में बच्ची को ढूंढने लगी। गार्ड रंजीत की सतर्कता और मेहनत रंग लाई और कुछ ही मिनटों में बच्ची महिला अस्पताल परिसर में रोती हुई मिल गई। बच्ची को सकुशल उसकी मां के सुपुर्द किया गया, मां ने अपनी बेटी को पाकर गले लगाकर रोते हुए सभी का आभार जताया। इस सहयोग में मौजूद रहे जिला चिकित्सालय सीएमएस वी.पी. सिंह, अस्पताल चौकी इंचार्ज प्रदीप सिंह, पत्रकार चौधरी उस्मान अली, अस्पताल परिषद गार्डन रंजीत, रफीक, मनीष कुमार, मोहम्मद समीर राजा सभी की मदद से सकुशल बच्ची अपने घर पहुंची।