हरख, बाराबंकी – मिर्जापुर गांव में सरकारी धन का दुरुपयोग सामने आया है। ग्राम पंचायत में पानी निकासी के लिए बनाई जा रही नाली में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से यह भ्रष्टाचार हो रहा है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, निर्माण में कम मात्रा में सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है। नाली की नींव में पुरानी ईंटें बिछाई गई हैं। निर्माण के दौरान पानी की तराई भी नहीं की जा रही है, जिससे कुछ ही दिनों में नाली के क्षतिग्रस्त होने की आशंका है। कई जगहों पर प्लास्टर टूटकर गिरना शुरू हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने निर्माण के दौरान घटिया सामग्री के इस्तेमाल का विरोध किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। राजनैतिक संरक्षण के चलते ग्राम पंचायत प्रधान और सचिव मनमानी कर रहे हैं। आरोप है कि वरिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत से यह सब हो रहा है। जब मिस्त्री से पूछा गया कि कितने अनुपात में मसाला बन रहा है, तो उन्होंने जानकारी से इनकार कर दिया। सरकार गांव के विकास के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है। लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। अब देखना यह है कि वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।