कोठी, बाराबंकी – किसानों की नगदी फसल मेंथा में नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। बीते दिन जिले के अलग-अलग क्षेत्र में इस तकनीक का प्रयोग हुआ। मगर मंगलवार को सिद्धौर क्षेत्र में सी एस आई आर-सीमैप ने टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने के लिए सिद्धौर ब्लॉक के डिघावां गांव प्रधान जितेंद्र कुमार रावत के गांव में चयनित किसानों के खेत में हाली आन प्रोजेक्ट के तहत दो ड्रोन से कीटनाशक, नैनो यूरिया व जिंक का छिड़काव किया।
सी एस आईआर-सीमैप के निदेशक डॉ. प्रबोध त्रिवेदी के मार्गदर्शन में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राजेश वर्मा ने इस कार्यक्रम का नेतृत्व किया। ड्रोन पायलट सुनीता वर्मा और शुभी सिंह ने 50 एकड़ मेंथा की फसल पर छिड़काव पूरा किया। क्योंकि गांव निवासी प्रगतिशील किसान सुनील वर्मा सीमैप संस्थान से पहले से जुड़े हुए हैं। इसलिए गांव किसानों को नैनो यूरिया और अन्य दवाओं के लाभ भी समझाया। ड्रोन से छिड़काव के बारे में महत्व भी बताया गया। श्री वर्मा ने बताया कि उनके साथ किसान रामचंद्र वर्मा, पुत्तीलाल, लज्जावती, इंदल रावत, विवेक कुमार, जंग बहादुर समेत करीब 25 किसानों की फसल में छिड़काव किया गया है। जिसमें दो ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।