त्रिलोकपुर, बाराबंकी – दबंग माफियाओं की दबंगई पर जब से योगी राज में ग्रहण लगा तो पैरता बदल कर फर्जी शिकायतों से सीधे साधे ग्रामीणों पर दबाव बनाने का प्रयास कर षणयंत्र रच रहे हैं। जिसकी पोल एक जमीनी विवाद के कोर्मेंट द्वारा निर्णय के बाद बौखलाए दबंगों के षणयंत्र की जांच में पोल खुलने से सामने आ गई है। सबसे बड़ी बात यह है कि फर्जीवाड़ा करने में बड़े-बड़े अधिकारियों के यहां झूठी शिकायत करने में इन्हें जरा भी डर नहीं लगता कि पोल खुली तो कार्रवाई भी हो सकती है।
फिलहाल सामने आया मामला तहसील रामनगर के थाना मसौली क्षेत्रान्तर्गत त्रिलोकपुर से संबंधित है। जिसमें पीड़ित पक्ष की माने तो उसकी पैतृक जमीन गांव के दबंगों ने जो पटिदार हैं, ने दबंगई से जमीन पर कब्जे का प्रयास किया। लेकिन मामले में शिकायत व कानूनी कार्रवाई के चलते उसमें कामियाब नहीं हुए। जिसका मुकदमा जब सिविल कोर्ट से पीड़ित के पक्ष में फायनल हुआ तब से पहले तो मौखिक धमकियां दी। लेकिन वैधानिक पैरवी में पीछे ना हटने पर पीड़ित के खिलाफ झूठी शिकायत बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों से लेकर डीएम बाराबंकी तक से की। जिसमें डीजल इंजन से चलने वाले स्पेलर व चक्की को बिजली चोरी से चलाना बताते हुए शिकायत की गई। जयप्रकाश की शिकायत पर जेई संदीप यादव ने मामले की जांच की। जिसमें उन्होंने पाया कि स्पेलर व चक्की डीजल इंजल से चलने वाली ही मिली। मामले में आसपास वालों से उन्होंने पुष्टि की कि दोनों पक्षों के बीच जमीनी विवाद चल रहा है।
जेई ने बताया कि जयप्रकाश यादव व राम अवतार में बीच चल रहे भूमि विवाद से जुड़ा हुआ है। वही एसडीओ से बात करने पर उन्होंने भी बताया कि जांच में पीड़ित रामवतार का घरेलू कनेक्शन सही पाया गया व चक्की व स्पेलर डीजल इंजन संचालित मिला है। दोनों पक्षों में पुराना जमीनी विवाद चल रहा है। जिससे झूठी शिकायत की गई है।