हैदरगढ़, बाराबंकी – हैदरगढ़ तहसील के अंतर्गत आने वाले भिटौरा गांव की एक नहर जो सीधा गोमती नदी से निकलती है। जो पम्प नहर सीधा भिटौरा, लोहंगपुर, संतोषपुर, थानपुर संपर्क नहर है। जिसका पानी इन गांवों के हजारों किसानों अपनी खेती के लिये इस्तेमाल करते हैं।
बताते चलें कि नहर टूटी होने की वजह से पिछले एक साल से किसानों को फसल की सिंचाई न होने से फसल का नुकसान सहना पड़ रहा है। जिसको लेकर किसानों ने नहर के दुरूस्तीकरण का प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर अमल करते हुये सरकार द्वारा लगभग एक करोड़ चालीस लाख का बजट पास हुआ था, जिस पर निर्माण कार्य लगभग 2 महीनों से चल रहा है। अब किसानों ने ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुये कार्य से असंतुष्टि जाहिर की है।,किसानों का ये भी आरोप है कि नहर के निर्माण मे प्रयुक्त होने वाली मिट्टी भी बाहर से खरीदने के बजाय किसानों के खेत से ले ली गयी, इतना ही नहीं किसानों ने शिकायत मे बताया कि नहर के निर्माण मे पुरानी ईंटों का इस्तेमाल होने के साथ साथ उसीपर बालू मिलाकर प्लास्टर किया जा रहा है जिसमें मानकों की जमकर धज्जियाँ उड़ाई जा रही है।
किसानों का कहना है कि इस तरह के घटिया निर्माण से नहर के पुनः जगह जगह लीक होने की संभावना है! अब देखना है कि शिकयत मुख्यमंत्री और जलशक्ति मंत्री के साथ साथ जिले के आलाधिकारियों तक पहुंची है तो ठेकेदार पर कार्यवाही तय है।
अब देखना है कि इस मामले मे कोई जांच होगी, संबंधित ठेकेदार पर गाज गिरेगी या फिर पैसे के किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर दिया जायेगा।