बाराबंकी – पूरे सूबे सहित जनपद में भी शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे अहम समाजिक कार्यों में जिम्मेदार अधिकारियों व माफियाओं की मिलीभगत में एक तरफ अनैतिक होता जा रहा देश का नौनिहाल। तो दूसरी तरफ स्वास्थ्य सेवा के नाम पर मची लूट खसोट में मानव अंगों की तस्करी जैसी राक्षसी वृत्ति का बढ़ते आकार में बदतर हो चुकी सेवाओं के खिलाफ सेवा कार्यों को व्यापारी प्रवृत्ति से बजाने का बिगुल भाकियू टिकैत ने फूंका है। जिसको लेकर पूर्व घोषणानुसार शनिवार को मार्च माह के पहले दिन प्रदेश संगठन मंत्री आशु चैधरी के नेतृत्व में आवाम को जागरूक करने के प्रयास में पदयात्रा निकाल कर जोरदार प्रदर्शन किया तथा डीएम प्रतिनिधि एसडीएम विजय त्रिवेदी व कोतवाल आलेकमणि त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपा। बताते चलें कि विभाग में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के बैनर तले किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सरकारी और निजी अस्पतालों में अवैध वसूली, मेडिकल स्टोर्स पर नशीली दवाओं की बिक्री और सरकारी आदेशों की अनदेखी के खिलाफ विरोध जताया। निजी स्कूलों की मनमानी पर भी उठाए सवालरू प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के उल्लंघन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि निजी स्कूल सरकार के आदेशों को दरकिनार कर रहे हैं। गरीब छात्रों के लिए 25ः सीटें आरक्षित करने के नियम का पालन नहीं किया जा रहा। किसानों ने बताया कि कुछ निजी स्कूल सरकारी पोर्टल पर खुद को बंद दिखाकर अनुदान राशि का गबन कर रहे हैं। साथ ही, मनमानी फीस वसूली, जबरन किताबें और ड्रेस बेचने जैसी गतिविधियों को भी रोके जाने की मांग उठी। शहर में रैली निकाल कर सौंपा ज्ञापनरू गन्ना संस्थान से शुरू हुई यह रैली शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कोतवाली पहुंची। जहां उप जिलाधिकारी व कोतवाल को ज्ञापन सौंपते हुए प्रदेश संगठन मंत्री कुं.उदेन्दु प्रताप (आशू चैधरी) ने शिक्षा विभाग निजी स्कूलों पर सख्त कार्रवाई करते हुए नियमों का पालन सुनिश्चित कराने की मांग की है। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।