कोठी, बाराबंकी – परोपकार करने वाला मनुष्य भगवान की कृपा का पात्र होता है। इसलिए जीवन में कभी भी किसी भक्त का अपमान नहीं करना चाहिए। उक्त बात ऋषिकेश धाम से पधारे कथा व्यास संत नारायण दास जी महाराज ने पंडित सीताराम शास्त्री जी एवं मंजू देवी के द्वारा ढेडहा पट्टी में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में बोलते हुए कहीं। इस दौरान श्रीमद् भागवत कथा में पहुंचे खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री सतीश शर्मा ने भी कथा व्यास का आशिर्वाद प्राप्त किया। जानकारी के अनुसार आपको बता दे कि सिद्धौर क्षेत्र के ढेडहा पट्टी में श्रीमद् भागवत कथा व्यास श्री नारायण दास जी महाराज ने कहा कि भगवान ने भक्त प्रहलाद को हिरणाकश्यप के सिंहासन पर तब बैठाया जब वे स्वयं उस सिंहासन पर बैठे और उसे पवित्र किया। क्योंकि अपकार करने वाला जब परोपकार करता है। तब उसे भी भगवान की कृपा प्राप्त होती है ।उन्होंने बताया कि भगवान के भक्त के सानिध्य में रहने वाला हर जीव तर जाता है। संत नारायण दास जी ने बताया कि भारतीय संस्कृति की ग्राम संस्कृति वास्तव में वैदिक संस्कृति है। इसी संस्कृति को आत्मसात करने वाला व्यक्ति अपने माता-पिता को जीवन में उच्च स्थान प्रदान करके उनका सम्मान करता है। उन्होंने कहा की ददिहाल व ननिहाल से दूर जाने के कारण आज परिवार एकाकी हो गए हैं। क्योंकि परिवार व समाज में एकजुटता के साथ रहने के संस्कार यही से मिलते थे। नारायण दास ने कहा कि संतों की शरण में रहना चाहिए। उनके सत्संग में रहना चाहिए ।क्योंकि संत के वचन मिथ्या नहीं जाते ।जबकि सत्संग स्वयं में आत्मा व परमात्मा का स्वरूप है। इस दौरान नारायण दास जी के द्वारा भगवान जन्म व कथा के मध्य गाए गए भजनों पर श्रोता जन झूम उठे। श्रीमद् भागवत कथा में महत्वपूर्ण यह था कि श्री नारायण दास जी महाराज के द्वारा अत्यंत सार्थक कथा वाचन श्रोताओं के हृदय को झंकृत कर गया। इस मौके पर आए हुए सभी लोगों का पंडित सीताराम शास्त्री जी ने स्वागत कर आभार व्यक्त किया। श्रीमद् भागवत कथा में प्रमुख रूप से एडवोकेट कमलेश बक्श सिंह, कमलेश चौधरी, शिव शंकर वर्मा, संजीव सिंह, एडवोकेट रामकुमार सिंह, अध्यक्ष आलोक तिवारी, योगेश द्विवेदी, अध्यक्ष दुग्ध संघ मोनी वर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया, व्यापारी नेता राजकुमार सोनी, हनुमान विश्वकर्मा,महेंद्र प्रताप सिंह, पिंकू अवस्थी ,शिव नरेश चौरसिया, यमुना शरण बाजपेई, राज नारायण सिंह, मनोज पांडे, जितेंद्र मिश्रा ,रघुवीर भाई ,सूरज वर्मा,आर पी यादव ,सुशील तिवारी, सुरेश चंद्र द्विवेदी, तिलक राम वर्मा, देवी प्रसाद शुक्ल ,गोविंद गौतम, मिथिलेश कुमार सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।