अमेठी – यूपी बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन संपन्न कराने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिले के सभी परीक्षा केंद्रों की तीन स्तर पर निगरानी की जाएगी। इन केंद्रों को अब जिले के कंट्रोल रूम के साथ ही लखनऊ और यूपी बोर्ड के कंट्रोल रूम से भी जोड़ दिया गया है। परीक्षा के दौरान एक-एक पल की निगरानी तीनों जगह से की जाएगी। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों पर 50 फीसदी कक्ष निरीक्षकों की तैनाती भी बाहर से की जाएगी। यूपी बोर्ड की परीक्षा 24 फरवरी से 12 मार्च तक होंगी। जिले के 80 परीक्षा केंद्रों पर इस बार 48,398 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इनमें से 25,685 हाईस्कूल के जबकि 22,713 परीक्षार्थी इंटर के होंगे। सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी के साथ ही वॉयस रिकाॅर्डर का परीक्षण किया जा चुका है। दावा किया जा रहा है कि सभी परीक्षा केंद्रों पर इनकी सक्रियता है। जीआईसी गौरीगंज में बने कंट्रोल रूम से परीक्षा केंद्रों को जोड़ा गया है। इसके अलावा लखनऊ स्थिति माध्यमिक शिक्षा निदेशालय और प्रयागराज के यूपी बोर्ड से भी परीक्षा केंद्रों के डीवीआर से जोड़ा गया है। ऐसे हालात में अब परीक्षा के दौरान सभी परीक्षा केंद्रों की एक-एक गतिविधि पर तीनों जगह से एक साथ नजर रखी जाएगी। ऐसा होने से अराजक तत्व चाहकर भी परीक्षा केंद्रों पर किसी तरह की गड़बड़ी नहीं कर सकेंगे।
बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन संपन्न कराने के लिए 3,500 कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की जाएगी। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर कक्ष निरीक्षकों को लेकर भी सख्ती की गई है। कहा गया है कि परीक्षा केंद्र पर जरूरी कक्ष निरीक्षकों में से 50 फीसदी संबंधित स्कूल के होंगे जबकि इतने ही शिक्षकों की तैनाती दूसरे स्कूलों से की जाएगी। यह शिक्षक माध्यमिक स्कूलों के अलावा प्राथमिक स्कूलों के होंगे। डीआईओएस कार्यालय से प्राथमिक शिक्षकों की मांग भी बीएसए से की जा चुकी है। डीआईओएस ने सभी परीक्षा केंद्रों के प्रधानाचार्यों को बुनियादी सहूलियतों को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं। बालक व बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालयों की व्यवस्था करने और इनकी सफाई कराने के लिए कहा गया है। इसके अलावा परीक्षा कक्षों के भीतर डेस्क व बेंच के साथ ही प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए भी कहा गया है। स्कूल परिसर की साफ-सफाई के साथ ही मुख्य प्रवेश द्वार की स्वच्छता के लिए भी कहा गया है।प्रधानाचार्यों को प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए भी आगाह किया गया है। सभी स्कूलों में प्रश्नपत्रों के रखरखाव के लिए डबल लॉक की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। मुख्य आलमारी की दो चाभी जिनमें से एक केंद्र व्यवस्थापक व दूसरी चाभी वाह्य केंद्र व्यवस्थापक के पास रहेगी। इसकी तैयारी को लेकर आगाह किया गया है। कहा गया है कि बोर्ड परीक्षा के पहले सभी तैयारियों को हर हाल में पूरा कर लिया जाए। परीक्षा केंद्रों के डीवीआर को जिले के जीजीआईसी में बने कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। एकसाथ सभी परीक्षा केंद्रों की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा सभी परीक्षा केंद्रों पर 50 फीसदी कक्ष निरीक्षक बाहरी तैनात किए जाएंगे। नकलविहीन परीक्षा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।