सतरिख, बाराबंकी- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहतरी के प्रयासों, रामराज्य की कवायत पर भारी भ्रष्टाचार में बेलगाम सरकारी तंत्र कैसे रायता फैला पानी फेर रहा है यह जनपद की बेलगाम चिकित्सीय व्यवस्था से साफ-साफ नजर आ रहा है। जिसमें ड्यूटी से गायब चिकित्सक के हस्ताक्षर ड्यूटी रजिस्टर पर मौजूद हैं, तमाम मरीज व तीमारदार इलाज के लिए परेशान है लेकिन ना कोई दवा देने वाला काफी देर तक नजर आया और ना ही चिकित्सा अधीक्षक ही ड्यूटी पर मौजूद मिले।
मामला ग्राम पंचायत शरीफाबाद में प्राथमिक स्वास्थ केद्र का है। जहां तैनात चिकित्सक ग्रामीणों की शिकायत अनुसार घर से ही ड्यूटी कर पूरी पगार उठा रहे हैं। यह बात साबित करने के लिए स्वास्थ्य केन्द्र की उपस्थिति पंजिका ही सब स्पष्ट करती नजर आयी जिसमें नदारद स्टाफ के भी बकायदा हस्ताक्षर अपराह्न 3-4 बजे दिखे लेकिन ओपीडी पंजिका में 2 दिसंबर 2024 के ही मरीजों का विवरण मिला 03 का नहीं। वहां सुबह से मौजूद ग्रामीणों ने भी चिकित्सक महोदय के अमूमन ना आने की बात बतायी। यहां तक की शरीफाबाद के कथित प्रधान भी दिखाने व दवा लेने के लिए परेशान हुए। ग्रामीणों के बताए अनुसार डाॅक्टर अनिल कुमार गुप्ता का अक्सर हस्ताक्षर एडवांस में रहता है। जो मरीज देखते ही नही न हास्पिटल आते है कभी कदार आ भी गए तो पर्चे पर मरीजों को दवा भी नही लिखते है। जब कि माननीय मुख्यमंत्री आरोग्य मेला लगता तो महीने में कभी एक बार रविवार को आ जाते है वरना हमेशा गायब रहते है।
मामले में सीएमओ से जानकारी करने पर उन्होंने ऐसी कोई शिकायत सामने ना आने की बात बताते हुए कहा कि बिना ड्यूटी आए हस्ताक्षर होना गंभीर मामला है। वे इसकी जांच करवाकर कठोर कार्यवाही करेंगे।