त्रिलोकपुर, बाराबंकी- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र त्रिलोकपुर इन दिनों भारी अव्यवस्थाओं के चलते स्वयं ही बीमार है। अब चलो मान लिया कि सुविधाएं कम हैं लेकिन यक्ष प्रश्न यह है कि जब चिकित्सक ही मौजूद नहीं होंगे तो ग्रामीणों का इलाज ही कैसे संभव होगा।
बताते चले पूर्व सीएमओ के धारा प्रवाह औचक निरीक्षण से चिकित्सकों की ड्यूटी पर मौजूदगी में खासा सुृधार हुआ था। लेकिन विभागीय जारी रामराज्य में जहां विभागीय भ्रष्टाचार में बड़ी संख्या में अवैध रूप से चल रहे निजी चिकित्सालयों में मरीजों के शोषण के पीछे स्वास्थ्य विभाग के उपर ही तमाम इलजाम लग रहे हैं। वही चिकित्सक भी इस कदर बेलगाम हो चुके हैं कि पीएचसी सीएचसी ले लेकर जिला चिकित्सालय रेफर सेंटर बन कर रह गए हैं। मतलब एक तो अमूमन चिकित्सक ड्यूटी से नदारत रहते हैं जैसा सतरिख थाना क्षेत्र के शरीफाबाद पीएचसी का मामला सामने आया भी था, वैसा ही हाल बहुत कुछ रामनगर सीएचसी अंतर्गत पीएचसी त्रिलोकपुर में समक्ष हैं। अस्पताल में न तो डॉक्टर नियमित रूप से आते हैं और न ही यहां साफ-सफाई की उचित व्यवस्था है। मरीजों और उनके परिजनों को इलाज की कमी और असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार इस अस्पताल में फिलहाल लैब टेक्नीशियन के सहारे स्वास्थ्य सेवाएं चल रही हैं, जबकि डॉक्टरों की अनुपस्थिति गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। अस्पताल में शौचालय और पीने के पानी की व्यवस्था भी अत्यधिक खराब है, जिससे मरीजों को अतिरिक्त परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि त्रिलोकपुर का यह अस्पताल सिर्फ नाम का है। यहां न तो नियमित डॉक्टर हैं और न ही सफाई की कोई उचित व्यवस्था की जा रही है। अस्पताल में बने शौचालय भी अनुपयोगी हैं, जिससे मरीजों को और उनके परिजनों को बेहद कठिनाई हो रही है।
एक मरीज के परिजनों ने बताया कि इलाज के लिए आने पर उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शौचालय मौजूद है, लेकिन उसकी साफ-सफाई की स्थिति बहुत खराब है, जिससे मरीजों को गंभीर असुविधा हो रही है। स्थानीय लोगों ने अधिकारियों से अपील की है कि वे त्रिलोकपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत सुधारें ताकि यहां आने वाले मरीजों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।