रामसनेहीघाट, बाराबंकी – रामसनेहीघाट में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर जिला मुख्यालय से आई विशेष टीम ने गुरुवार को व्यापक निरीक्षण किया। डॉक्टर आफताब और डॉक्टर सुरेंद्र कुमार की टीम ने सबसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनीकोडर में चल रहे एमडीए कार्यक्रम का जायजा लिया।
टीम ने अस्पताल में लगे कैंप का निरीक्षण करते हुए फाइलेरिया की दवाओं, रजिस्टर और संबंधित दस्तावेजों की जांच की। इसके बाद गांव-गांव जाकर घर-घर चल रहे एमडीए कार्यक्रम की समीक्षा की और दवा प्रशासकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।केंद्र अधीक्षक डॉ. अमरेश वर्मा ने बताया कि गर्भवती महिलाएं, एक साल से कम उम्र के बच्चे और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी को फाइलेरिया की दवा लेनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि एक बार फाइलेरिया होने के बाद इसे खत्म करना बेहद मुश्किल होता है, इसलिए बचाव के लिए दवा का सेवन जरूरी है। अस्पताल में लगे काउंटर पर डॉ. वर्मा ने स्वयं कई लोगों को दवा खिलाई। जिनमें जयचंदपुर के राम नारायण मिश्रा, कोटवा सड़क के मोहम्मद सुहेल, मऊ गोरपुर के जितेंद्र समेत कई लोग शामिल रहे।