हाड़कंपाऊ ठंड में बिजली कटौती ने किसानों को मुश्किल में डाल दिया है। दिन में बिजली कटौती से किसानों को मजबूरन रात में अलाव के सहारे खेतों की सिंचाई करनी पड़ रही है। किसानों को ठंड लगने का भी खतरा बना रहता है। मौसम का तापमान करीब चार दिनों से रोज गिरता जा रहा है। बिजली की खपत कम होने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में दिन की कटौती में सुधार नहीं आ पा रहा है। विद्युत वितरण निगम 16 से 18 घंटे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति का दावा कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक आपूर्ति रात में की जा रही है। मजबूरी में अलाव के सहारे किसान खेतों की सिंचाई करनी पड़ रही है। किसानों के मुताबिक, शाम को छह बजे से बिजली आपूर्ति शुरू होती है। बिजली सुबह तक रहती है। इसकी वजह से रात में ही खेतों की सिंचाई करनी पड़ रही है। दिन में ज्यादा से ज्यादा चार से छह घंटे बिजली मिल पा रही है। जयसिंहपुर के बाहरपुर निवासी किसान रवींद्र ने बताया कि दो दिन से गेहूं की सिंचाई दिन में कर रहे थे लेकिन कटौती से सिंचाई नहीं हो पाई। बृहस्पतिवार शाम से अलाव जलाकर सिंचाई करना शुरू किए हैं। खेत समतल होने की वजह से अलाव में हाथ सेंकने का मौका मिल जा रहा है। यही हाल अन्य क्षेत्रों का भी है। रात में ही किसानों को खेतों की सिंचाई करनी पड़ रही है। अधिशाषी अभियंता जयसिंहपुर संजय कुमार ने कहा कि रोस्टर लखनऊ से निर्धारित किया जाता है। निर्धारित रोस्टर के मुताबिक बिजली आपूर्ति दी जा रही है। दिन का रोस्टर मिलने पर दिन में आपूर्ति की जाएगी।