बाराबंकी – जनपद में नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री पर रोक लगाने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। हाल ही में सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें बिना डॉक्टर की पर्ची के नशीली दवाओं की खुलेआम बिक्री होती दिख रही है। इनमें बंकी क्रॉसिंग के पास स्थित शोभा मेडिकल स्टोर और पल्हरी चैराहे के पास गुप्ता मिष्ठान के पास एक अन्य स्टोर का वीडियो प्रमुख रूप से सामने आया है। गौर करने वाली बात यह है कि कई मेडिकल स्टोर बिना किसी नाम के चल रहे हैं, जहां नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इसके अलावा, कुछ असामाजिक तत्व गली-मोहल्लों में भी नशीली सिरप और अन्य प्रतिबंधित दवाओं की खुलेआम बिक्री कर रहे हैं। बीते दिनों फतेहपुर कस्बे का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक युवक नशे का इतना आदी हो चुका था कि उसे दौरे पड़ने लगे थे। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है और युवाओं के भविष्य के लिए खतरे की घंटी है। जहां एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार ष्नशा मुक्त प्रदेशष् अभियान के तहत लगातार जागरूकता कार्यक्रम चला रही है, वहीं बाराबंकी में नशीले पदार्थों का धंधा बेधड़क जारी है।
सवाल यह उठता है कि जब इस अवैध कारोबार के वीडियो सार्वजनिक हो रहे हैं, तो औषधि विभाग कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा? छोटी-मोटी कार्यवाहियों के बजाय औषधि विभाग को कठोर कदम उठाने होंगे ताकि इस गोरखधंधे पर पूर्ण विराम लगाया जा सके। प्रशासन को चाहिए कि वे इन वीडियो की गहन जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें। जिन मेडिकल स्टोर्स पर नियमों का उल्लंघन हो रहा है, उनके लाइसेंस रद्द किए जाएं और दोषियों को कानूनी सजा दी जाए। यदि समय रहते इस पर लगाम नहीं लगाई गई, तो यह समस्या और गंभीर हो सकती है।प्रदेश सरकार की ओर से नशामुक्ति को लेकर किए जा रहे प्रयास तभी सफल होंगे जब स्थानीय प्रशासन भी सतर्कता दिखाए और अवैध कारोबार पर सख्त कदम उठाए।