मसौली, बाराबंकी – जनवद में पुलिस एक तरफ महिला सशक्तिकरण की खबरें अखबारों में छपवा वाहवाही लूट रही तो दूसरी ओर पीड़ित महिलाओं की पीड़ा पर न्याय का मलहम लगाने की जगह उल्टे उनके परिवारीजनों को ही फर्जी मुकदमें में फंसा पीड़ितों की आवाज का गला घोंटने जैसे शर्मनाक हरकत को अंजाम देती नजर आ रही हैं। जिसमें कोठी पुलिस के बाद मसौली पुलिस ने भी नाबालिग बच्चियों की घर में घुसकर पिटाई की शिकायत करने बच्चियों के साथ थाने पहुंचे पिता को ना सिर्फ गंदी गंदी गालियाँ दे बेईज्जत कर थाने से भगा दिया बल्कि जानकारी अनुसार पीड़ित परिवार पर ही फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया। लाचार हैरान परेशान गरीब परिवार ने पुलिस कप्तान के यहां गुहार लगाई है लेकिन असमंजस में है कि न्याय मिलेगा या शोषण?
प्राप्त जानकारी अनुसार रविवार की शाम को थाना क्षेत्र के ग्राम फतेहपुरवा निवासी गरीब मजदूर नाजिम अली की तीन नाबालिग बच्चियों अपने दरवाजे बैठकर पढ़ाई कर रही थी इसी बींच पड़ोसी कल्लू की बकरी ने आकर बच्चियों की किताब को फाड़ दिया बच्चियों द्वारा बकरी हाकने र्प आक्रोशित कल्लू अपने पुत्र अशरफ, पुत्री शाहीन, नाजिया, नसरीन के साथ मिलकर घुस लातो से जमकर पिटाई कर दी। इस दौरान बिन माँ की बच्चियों के पिता मजदूरी के लिए घर पर नही था। विपक्षियों की मारपीट मे बच्चियों की उंगलियों एव हाथ मे काफी चोटे आयी है। रविवार को रात्रि हो जाने के कारण सोमवार की सुबह जब बच्चियों के साथ थाने तहरीर लेकर गया थाने पर मौजूद हल्का दरोगा राकेश यादव ने सारी हदे पार करते नाबालिग बच्चियों के सामने अभद्र एव गंदी गंदी गालियों की बौछार करते हुए थाने से भगा दिया। हद तो तब हो गयी विपक्षी की तहरीर पर पीड़ित पिता एव नाबालिग बच्चियों के ही विरुद्ग मुकदमा दर्ज कर वाह वाही लूट रही है। पुलिस की करतूतों से परेशान नाबालिग बच्चियों के पिता नाजिम ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी है अब देखना है कि महिला सशक्तीकरण का दम भरने वाली पुलिस नाबालिग बच्चियों को न्याय दिलाएगा या महिला सशक्तीकरण की धज्जिया उड़ाई जायेगी। कहने को विपक्षी कल्लू दबँग व रसुखदार है वही पीड़ित बच्चियां बिन माँ व मजदूर पिता की बेटिया है जिन्हे पुलिस भी न्याय नही दिला रहा है। इस सम्बंध मे जब प्रभारी निरीक्षक यसकांत सिंह से जानकारी ली तो प्रभारी निरीक्षक ने भी दबँग का पक्ष लेते हुए नाबालिग बच्चियों को ही दोषी बताया। जैसे बच्चियों ने किताब फाड़ने वाली बकरी को हांक कर आरोपियों को घर में घुसकर पीटने का न्योता दे दिया हो