प्रयागराज – में महाकुंभ-2025 में पहली बार मिनी एम्स संचालित होगा। रायबरेली एम्स प्रशासन 10 बेड के अस्थायी आईसीयू, ओपीडी, जांच और मरीजों की भर्ती करने के लिए वार्ड की व्यवस्था की तैयारी में जुट गया है। जनवरी के पहले सप्ताह महाकुंभ मेला परिसर में मिनी एम्स में श्रद्धालुओं को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।प्रयोगशाला (लैब) में अत्याधुनिक मशीनों से ब्लड सहित अन्य जांचें होंगी। इसके लिए 50-50 स्टॉफ का रोस्टर बनाकर करीब 150 स्वास्थ्यकर्मी, जिनमें डॉक्टर, नर्सिंग ऑफीसर आदि की ड्यूटी लगा दी गई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) महाकुंभ मेला परिसर में आने वाले भक्तों को विशेष स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराएगा।मेला परिसर में इस बार श्रद्धालुओं को आईसीयू तक की सुविधा मिलेगी। मेला प्राधिकरण ने एम्स को चिकित्सीय सेवाएं मुहैया कराने के लिए जमीन पहले ही उपलब्ध करा दी है। डॉक्टरों व अन्य स्टाफ की रोस्टर के हिसाब से ड्यूटी लगा दी गई है। एक बार में 50 चिकित्सीय स्टाफ मेला परिसर में स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराएगा। वेंटिलेटर, मानीटर आदि चिकित्सीय उपकरण जनवरी माह के पहले सप्ताह में प्रयागराज पहुंच जाएंगे प्रयागराज में संचालित होने वाले मिनी एम्स में विभिन्न बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की गई है। मेला परिसर में ही भक्तों की जांच के लिए अस्थायी लैब भी स्थापित होगी। इस लैब में मरीजों के ब्लड, ब्लड प्रेशर सहित अन्य बड़ी जांचों की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। मामूली सर्जरी तक की सुविधा देने पर विचार किया जा रहा है। जनवरी के पहले सप्ताह से डॉक्टरों व अन्य नर्सिंग स्टॉफ की टीम प्रयागराज पहुंच जाएगी। महाकुंभ मेला में खुलने वाले एम्स के अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. सुयश सिंह की टीम 23 दिसंबर को प्रयागराज पहुंचेगी। मेला परिसर में ओपीडी, लैब, वार्ड, आईसीयू आदि के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। मेला परिसर में ही मेला प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ बैठक भी होगी। प्रयागराज के महाकुंभ में एम्स की ओर से विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके लिए डॉक्टरों, फैकल्टी व अन्य स्टॉफ की डयूटी लगा दी गई है। जनवरी के पहले सप्ताह से विशेषज्ञ सेवाएं मेला परिसर में शुरू कर दी जाएगी। 23 दिसंबर को प्रयागराज टीम जाएगी।