सफदरगंज, बाराबंकी- सफदरगंज पुलिस पर एक महिला ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया है कि उसके पति को सफदरगंज पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमे में फंसाने की कोशिश की जा रही है । मामला सफदरगंज थाना अंतर्गत चंदवारा गांव से जुड़ा है । चंदवारा गांव की रहने वाली सायरा बानो ने पुलिस अधीक्षक व मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि सफदरगंज पुलिस ने चन्दवारा निवासी उसके पति सलीम को चार दिन पूर्व रात में बिना कारण बताएं अपने साथ लेकर चली गई । आरोप है कि उसके 4 दिन थाने में बैठाए रखने के बाद 2 मार्च की देर रात सफदरगंज पुलिस उसके पति और एक अन्य व्यक्ति को साथ लेकर पीड़िता के घर पहुंचे । पुलिस अपने साथ एक बोरी में कुछ सामान लेकर भी आई थी । पीड़िता सायरा बानो के अनुसार पुलिस ने बोरी से कुछ सामान को बाहर निकाल कर पति व एक अन्य व्यक्ति के साथ फोटो खींची । उसके बाद बोरी में समान भर कर उसके पति व अन्य व्यक्ति को लेकर थाने लेकर फिर चले गए । पीडिता ने बताया कि सुबह जब वह अपने पति को लेने थाने पहुंची तो उसे पता चला कि इसी तरीके से गांव के ही बनवारी व आशिफ एवं क्षेत्र के नामी कबाड़ का काम करने वाले नदीम को भी पुलिस थाने पूछताछ के लिए लेकर आई थी। लेकिन पुलिस ने मोटी रकम लेकर उन लोगों को छोड़ दिया। पुलिस की कार्यशैली से नाराज पत्नी ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है । कहीं गुड वर्क के चक्कर में पुलिस बेगुनाह को तो जेल नहीं भेज दिया। क्षेत्र में यह बात चर्चा का विषय बनी हुई।
सफदरगंज थानाक्षेत्र अंतर्गत बाराबंकी के वर्तमान भाजपा जिला अध्यक्ष अरविंद मौर्य के भाई की भाग्य लक्ष्मी पाइप इन्डस्ट्रीज के नाम से कारखाना चलता है । कारखाने के मालिक द्वारा चोरी की पहले सूचना सफदरगंज पुलिस को दी गई थी । जिसमें आरोप था कि कारखाने से 28 फरवरी को सेक्योरिटी गार्ड ने कुछ उपकरण निकाल कर गांव के ही एक व्यक्ति बनवारी ने कबाड़ का काम करने वाले सलीम को अपना समान बेचने पहुंचा तो सलीम उसे गांव के नामचीन कबाड़ का बड़े पैमाने पर काम करने वाले नदीम के पास जाकर बेचवा दिया। इस मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए सफदरगंज पुलिस ने पंकज और सलीम तक पहुंचकर उसी पर कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया। बाकी लोगों को थाने से छोड दिया। कहीं राजनीतिक दबाव के चलते सफदरगंज पुलिस ने जल्दबाजी में बेगुनाह को जेल भेज कर मामले को रफा-दफा करना चाह रही हो।