खेदा पुन्नपुर, अमेठी में श्रीमद्भागवत कथा में उमड़ा भक्तों का सैलाब भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी विवाह प्रसंग की हुई मनोरम प्रस्तुति बिना ईश्वर की शरण लिए मोक्ष संभव नहीं – पूज्य महाराज मुकेश आनंद जी खेदा पुन्नपुर, अमेठी – श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन पूज्य महाराज मुकेश आनंद जी ने श्रद्धालुओं को भक्तिमय कथा का रसपान कराया। उन्होंने अपने प्रवचन में कहा कि बिना ईश्वर की शरण लिए मोक्ष प्राप्त नहीं हो सकता। सत्य ही एकमात्र मार्ग है जो जीवन को सही दिशा में ले जाता है, अन्य कोई मार्ग खुशहाली और शांति की ओर नहीं जाता। भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी विवाह प्रसंग का सुंदर वर्णन महाराज श्री ने भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी विवाह प्रसंग का अद्भुत वर्णन किया। उन्होंने बताया कि कैसे रुक्मिणी जी ने भगवान श्रीकृष्ण को अपने हृदय में वर के रूप में स्वीकार किया और पत्र लिखकर उनसे विवाह की प्रार्थना की। श्रीकृष्ण ने उनकी भक्ति और प्रेम को देखकर उनका हरण किया और उनसे विवाह किया। इस कथा को सुनकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। भक्तों ने भजन-कीर्तन का लिया आनंद इस पावन अवसर पर भजन-कीर्तन से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। भक्तों ने भक्ति रस में डूबकर कथा का आनंद उठाया। विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति इस अवसर पर कमला शंकर पांडे, गुड्डू पांडे, मुन्ना पांडे, भाजपा जिला अध्यक्ष रामप्रसाद, अमरेंद्र सिंह पिंटू, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेश मिश्रा, डंपी सिंह, रवि शुक्ला, नरेंद्र मिश्रा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।