सफदरगंज, बाराबंकी – जनपद की पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल अब उठने लगे हैं। जिसमें पीड़ित को ही आरोपी बनाने, खनन व भूमाफियाओं को संरक्षण देने के बाद अब एक महिला की शिकायत ने पुलिस के गुडवर्क में बनाए गए आरोपियों को फर्जी फंसा मुख्य आरोपी को बचाने का आरोप, बनाए गए आरोपी की पत्नी ने एसपी को शिकायती पत्र देते हुए लगाए व मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। बताते चलें कि भाजपा के जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्या के रिश्तेदार अनुपम मौर्य की थाना सफदरगंज क्षेत्रान्तर्गत प्रतापगंज स्थित भाग्य लक्ष्मी पाईप इण्डस्ट्रीज फैक्ट्री से हफ्ते पूर्व डाईसांचों की चोरी के मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए जिस कबाड़ी के यहां से सामान बरामद करते हुए मामले का खुलासा किया। उसमें चन्दवारा ग्राम निवासिनी सायरा बानो पत्नी सलीम के लगाए आरोपों को सच माना जाए तो मामले में मुख्य आरोपी को छोड़ उसके पति को जबरन फंसाया गया है, जो मेहनत कर कबाड़ी की दुकान चला अपना जीवन यापन करता आ रहा है और कभी भी किसी अपराधिक मामले में संलिप्त नहीं रहा। समान चोरी कर बेचने वाला अपना समान बता बेचने जरूर आया जिसको खरीदने की क्षमता ना होने पर उक्त सामान को क्षेत्र के बड़े कबाड़ी के यहां विक्रेता को जरूर भेज दिया था। जहां से पुलिस ने सामान बरामद भी किया और महिला के आरोपों को सच माना जाए तो भारी रकम लेकर उसी सामान को फर्जीवाड़ा कर फंसाए आरोपी के यहां से बरामद दिखाने में सामान पुलिस ही लेकर रात घर में घुसी और फोटो वगैरह खींचा (जैसा महिला द्रारा की सोमवार को जनसुनवाई में संदर्भ संख्या 40017625012822 अंतर्गत की शिकायत में स्पष्ट रूप से उल्लेख भी किया है)।
बता दे जैदपुर क्षेत्र के एक क्रिकेट खेल रहे निवासी को भी इसी तरह उठा कर तस्करी में जेल भेजने की शिकायत में भी ऐसे ही आरोप की चर्चाओं की बाजार कई दिनों तक गर्म रही। तो दलित परिवार के पैतृक एकमात्र मकान पर भी जबरन कब्जा करवाने का मामला भी पीड़ित परिवार के जिला मुख्यालय पर भीषण कड़कड़ाती ठण्ड में छोटो-छोटे बच्चों सहित बोरा ओढ़कर धरने पर बैठने से मामला वायरल हुए पुलिस-प्रशासन की जबरदस्त किरकिरी हुई तो पहले यहीं की पुलिस ने पीड़ित परिवार जबरन हटाने का प्रयास किया, लेकिन किसान यूनियनों समाजसेवियों द्वारा हस्ताक्षेप पर 4-5 घण्टों में ही गरीब पीड़ित दलित परिवार को कब्जा व न्याय सुलभ करा दिया गया। तो तमाम मामलों में शिकायत जोरों पर हैं कि पुलिस पीड़ित को आरोपी बना दबंगों को संरक्षण देने जैसी कार्यशैली अपना जंगलराज को बढ़ावा दे भाजपा के सुशासन के प्रयास पर पानी फेर रही है।
लोगों किसान नेताओं व समाजसेवियों की मानें तो तमाम महिला उत्पीड़न के मामले ही नहीं हैदरगढ़ क्षेत्र में प्रदीप हत्याकाण्ड सहित माफियाओं को संरक्षण के तमाम मामले आवाम की चर्चाओं में हैं। जो देखा जाए तो कहीं ना कहीं फायर ब्रांड विश्वविख्यात सीएम योगी के तमाम सुशासन के प्रयासों पर पानी ही नहीं बल्कि रायता सा फैलाते नजर आ रही है।