PGIM India Mutual Fund : पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड ने आज अपना न्यू फंड ऑफर पीजीआईएम इंडिया मल्टी कैप फंड लॉन्च किया है. यह लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में निवेश करने वाली एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है.
यह फंड निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 टीआरआई के मुकाबले बेंचमार्क है. यह न्यू फंड ऑफर (NFO) 22 अगस्त 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहा है और 5 सितंबर 2024 को बंद होगा. इस स्कीम में कम से कम 5000 रुपये के साथ निवेश किया जा सकता है. जिसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितना भी निवेश किया जा सकता है.
हर मार्केट कैप में निवेश करने वाली स्कीम–
पीजीआईएम इंडिया मल्टी कैप फंड हर मार्केट कैप यानी लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों यानी तीनों कैटेगरी में निवेश करेगी. तीनों कैटेगरी में इस स्कीम द्वारा कम से कम 25 फीसदी निवेश किया जाएगा. जबकि आम तौर पर बचा हुआ 0-25 फीसदी तीनों मार्केट कैप बकेट में से किसी एक या सभी में ग्राउंड-अप अवसरों में निवेश किया जाएगा. इस योजना में 25 फीसदी तक डेट में, 10 फीसदी तक REITs और InvITs में और 20 फीसदी तक ओवरसीज ETF सहित फॉरेन सिक्योरिटीज में एक्सपोजर लेने का भी प्रावधान है. योजना के इक्विटी हिस्से का प्रबंधन विवेक शर्मा, आनंदा पद्मनाभन अंजेनेयन और उत्सव मेहता द्वारा किया जाएगा, जबकि डेट हिस्से का प्रबंधन पुनीत पाल द्वारा किया जाएगा.
मल्टीकैप : मौजूदा माहौल में बेस्ट स्ट्रैटेजी–
पीजीआईएम इंडिया एसेट मैनेजमेंट के सीईओ अजीत मेनन का कहना है कि इक्विटी बाजारों में निकट अवधि की अस्थिरता को देखते हुए, बहुत से निवेशक कनफ्यूज हो सकते हैं कि अभी कहां निवेश किया जाए. हालांकि यह हर निवेशक की विशेष, उसके द्वारा रिस्क लेने की क्षमता और उसके निवेश लक्ष्य यह निर्भर करता है. लेकिन एक आसान जवाब यह हो सकता है कि अनुशासित होकर हर तरह के मार्केट कैप में निवेश किया जाए. मल्टी कैप रणनीति निवेशकों को सभी मार्केट कैप के प्रति अपने एक्सपोजर में डाइवर्सिफिकेशन लाने के लिए एक अनुशासित तरीका प्रदान करती है.
पोर्टफोलियो में क्वालिटी स्टॉक–
पीजीआईएम इंडिया एसेट मैनेजमेंट के सीआईओ विनय पहाड़िया का कहना है कि हमारा मानना है कि यह अच्छी क्वालिटी और हाई ग्रोथ वाली कंपनियों के डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में निवेश करने का एक अच्छा समय है, क्योंकि पिछले कुछ साल में अपने आंतरिक मूल्यों में मजबूत ग्रोथ के बावजूद इनका प्रदर्शन काफी कम रहा है. हमने चुनाव परिणाम के बाद और बैंक ऑफ जापान की मॉनेटरी पॉलिसी में बदलाव के बाद पिछले कुछ महीनों में इस रणनीति के बेहतर प्रदर्शन के शुरुआती संकेत देखे हैं.
बैलेंस पोर्टफोलियो
पीजीआईएम इंडिया एसेट मैनेजमेंट के सीनियर फंड मैनेजर – इक्विटी, विवेक शर्मा ने कहा कि मार्केट कैपिटलाइजेशन में अच्छे लॉन्ग टर्म अवसर उपलब्ध हैं, जिन्हें भारत की ग्रोथ से फायदा मिलेगा. इसका लाभ उठाने के लिए हमें सावधानीपूर्वक स्टॉक का चयन और एक संतुलित पोर्टफोलियो की आवश्यकता है. सभी मार्केट कैपिटलाइजेशन में हर समय एक्सपोजर जरूरी है जो अवसरों की उपलब्धता के अनुसार सही अनुपात से बदलता भी है. पीजीआईएम इंडिया मल्टी कैप फंड का लक्ष्य बस इसी रणनीति पर चलना है.
मल्टी कैप रणनीति में मिड और स्मॉल-कैप सेग्मेंट में अच्छी तरह से बाजार में स्थापित और तेजी से ग्रोथ कर रहे दोनों क्षेत्रों में निवेश के प्रति संतुलन शामिल है. जैसे-जैसे मार्केट लीडर या अपने सेक्टर में विनर कंपनियां, अलग अलग मार्केट कैप में घूमते रहते हैं, एक मल्टी कैप फंड उनके साइज की परवाह किए बिना अलग अलग मार्केट कैप में अनुशासित एक्सपोजर प्रदान करता है.
(*हमारे रिसर्च से पता चलता है कि निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 टीआरआई ने 31-दिसंबर-05 से 31-जुलाई-24 तक पिछले 19 साल में से 11 साल में निफ्टी 500 टीआरआई से बेहतर प्रदर्शन किया है.)
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