वरिष्ठ टीवी पत्रकार पीयूष पांडे ने ‘आजतक’ में अपनी तीसरी पारी को विराम दे दिया है। उन्होंने करीब दो साल पहले ही यहां बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर (आउटपुट) जॉइन किया था। इस चैनल के साथ उनकी यह तीसरी पारी थी। करीब डेढ़ साल से वह यहां पर ‘चुनाव आजतक’ में अपनी अहम जिम्मेदारी निभा रहे थे।
फेमस टीवी से बातचीत में पीयूष पांडे ने चैनल को अलविदा कहने की पुष्टि की है। पीयूष पांडे ने बताया कि वह कुछ दिलचस्प प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं, जिसकी घोषणा जल्द होगी। इनके अलावा फिल्म निर्देशन की तरफ भी उनका रुख करने का प्लान है।आपको बता दें कि पीयूष ने ‘ब्लू माउंटेंस’ फिल्म में बतौर एसोसिएट डायरेक्टर काम किया है और ‘स्टार प्लस’ के लोकप्रिय सीरियल ‘महाराज की जय हो’ के संवाद उन्होंने लिखे हैं। उनकी फिल्मों की जानकारी व दिलचस्पी अकसर फेसबुक पोस्ट में दिखायी देती रहती है। उन्होंने एक शॉर्ट फिल्म ‘पार्ट टाइम जॉब’ भी निर्देशित की है, जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री श्रेया नारायण मुख्य भूमिका में हैं।

‘आजतक’ से पहले पीयूष पांडे ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ में कार्यरत थे। वह इस चैनल की लॉन्चिंग टीम के अहम सदस्य थे और बतौर सीनियर एडिटर प्राइम टाइम शो ‘ओपिनियन इंडिया का’ के अलावा डिजिटल का प्रभार देख रहे थे।पीयूष पांडे ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ से पहले ‘सूर्या टीवी’ के साथ थे, जहां वह एग्जिक्यूटिव एडिटर (आउटपुट) के पद पर कार्यरत थे और इसके पहले वह ‘एबीपी न्यूज’ और उससे पहले ‘आजतक’ में थे। ‘आजतक’ में वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी के चर्चित शो ‘दस्तक’ के प्रड्यूसर थे।पत्रकारिता में करीब ढाई दशक का अनुभव रखने वाले पीयूष देश के उन चुनिंदा पत्रकारों में हैं, जिन्हें प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, वेब मीडिया के साथ फिल्मी दुनिया में काम करने का खासा अनुभव है और उनकी पहचान उनका वर्सेटाइल होना ही है।
इतना ही नहीं, पीयूष की एक पहचान व्यंग्यकार की भी है। उनके तीन व्यंग्य संग्रह ‘छिछोरेबाजी का रिजोल्यूशन’ 2012 में राजकमल प्रकाशन से और ‘धंधे मातरम’ 2017 में और फिर कबीरा बैठा डिबेट में 2020 में प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित हो चुका है। यही नहीं, वह मनोज बाजपेयी की बायोग्राफी ‘कुछ पाने की जिद- मनोज वाजपेयी’ भी लिख चुके हैं। हिंदी के अलावा इस किताब का अंग्रेजी संस्करण भी मार्केट में आ चुका है।

पीयूष ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1998 में ‘अमर उजाला’ अखबार से की थी। 2001 में ‘नवभारत टाइम्स’ ऑनलाइन की लॉन्चिंग टीम में रहे और फिर करीब तीन साल उसे संभाला भी। ‘आजतक’ में टीवी पत्रकारिता का लंबा अनुभव लेने के बाद उन्होंने 2007 में ‘सहारा समय’ में आउटपुट हेड की जिम्मेदारी संभाली। ‘जी न्यूज’ में बतौर एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर काम किया, तो आईबीएन-7 (न्यूज18 इंडिया) में उन्होंने बतौर सोशल मीडिया एडिटर काम किया। हालांकि, आईबीएन-7 की उनकी पारी खासी छोटी रही। इसके बाद ‘आजतक’, ‘एबीपी न्यूज’, ‘सूर्या टीवी’ होते हुए वह ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ और फिर तीसरी बार ‘आजतक’ में आए थे, जहां से अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
पीयूष की एक पहचान सोशल मीडिया एक्सपर्ट की भी है। ‘दैनिक भास्कर’, ‘दैनिक जागरण’, ‘प्रभात खबर’, ‘कादम्बिनी’ समेत कई पत्र पत्रिकाओं में इंटरनेट और सोशल मीडिया पर उनके कॉलम प्रकाशित होते रहे हैं। ‘जी न्यूज’ में सोशल मीडिया से जुड़ा देश का पहला दैनिक शो ‘ट्रेंडिंग न्यूज’ शुरू कराने का श्रेय इन्हीं को जाता है।मूल रूप से आगरा के रहने वाले पीयूष पांडे ने पत्रकारिता और सूचना तकनीक में मास्टर्स डिग्री ली है। आगरा यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता के कोर्स के दौरान गोल्ड मेडलिस्ट रहे पीयूष पांडे को सीएसडीएस समेत कई अहम संस्थानों की फेलोशिप भी मिल चुकी है।