पलवल – के ऐतिहासिक गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज मैं अंग्रेजी विभाग मैं एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत डॉ. नरेंद्र कुमार गोयल को कॉलेज द्वारा भावभीनी बिदाई दी गई। गौरतलब है कि जिस कॉलेज में जिन्हें साइंस फैकल्टी में एडमिशन नहीं मिला उसी कॉलेज में अंग्रेजी प्रोफेसर होते हुए साइंस के विद्यार्थियों को पढाया यह एक यादगार पहलू बनकर सामने आया। आपको बता दें कि प्रोफेसर डॉ.एनके गोयल प्रोफेसर बनने से पूर्व एक जाने-माने अधिवक्ता थे और अब अपनी उच्च शिक्षा विभाग से रिटायरमेंट के बाद वकालत के व्यवसाय में गरीब एवं जरूरतमंदों लोगों की दबी हुई आवाज को बुलंद करने का कार्य करेंगे। विदाई समारोह के दौरान एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. एनके गोयल की कर्तव्य निष्ठा और व्यवहार कुशलता के साथ-साथ उनकी मेडिकल से संबंधित ज्ञानवर्धक जानकारी की मौजूद सभी वक्ताओं ने सराहना की वहीं उन्हें कॉलेज में मॉडल टीचर के नाम से जाना जाता रहा जिन्होंने हमेशा स्मार्ट एजुकेशन की कवायत की। डॉ.एनके गोयल ने अपने विचारों से ज्यादा संबंधों को महत्व दिया और शिक्षा प्रोफेशन के अलावा कोई अन्य कार्य नहीं किया। शिक्षण कार्य को ही अपने 28 वर्षों के कार्यकाल में महत्व दिया। ऐसा कर जिन्होंने समाज में एक अलग ही छाप छोड़ते हुए अपने दो पुत्र और एक पुत्री को डॉक्टर बनाया वही उनकी धर्मपत्नी भी शिक्षा विभाग में लेक्चरर के रूप में कार्यरत थी वह भी हाल ही में रिटायर्ड होकर समाज सेवा में जुट गई। इस भव्य विदाई समारोह के अवसर पर कॉलेज प्रिंसिपल डॉ.नरेश कुमार कामरा, प्रोफेसर्सगण.. डॉ मंजुला बत्रा, डॉ. प्रवीण वर्मा, डॉ.एस एस सैनी, डॉ.केडी शर्मा, डॉ.वंदना कालड़ा, डॉ. रुचि शर्मा, डॉ.बलकार सिंह एवं कॉलेज प्रबंधन स्टाफ- बलदेव कालड़ा, बालकिशन शर्मा, प्रवीण शर्मा, सुभाष अग्रवाल,अमित मनचंदा, संजय जैन और फरीदाबाद से आए हुए डॉ.एनके गोयल के परम मित्र सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया के जाने-माने वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम दत्त भारद्वाज के अलावा नॉन टीचिंग स्टाफ एवं कर्मचारीयों ने फूल माला एवं फूलों के बुके अन्य यादगार रूप में स्मृति चिन्ह देकर उन्हें भावभीनी विदाई दी।
रिपोर्ट – संतोष शर्मा