पलवल – स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय महाशय मनफूल सिंह की स्मृति में ऋग्वेद परायण महायज्ञ कराया एवं प्रेरणा श्रद्धांजलि दी गई आपको अवगत करा दें की इसी कड़ी में 26 जनवरी से 30 जनवरी तक प्रतिदिन प्रातः एवं सांय कन्या गुरुकुल भुसावल की ब्रह्मचारिणियों द्वारा वेद पाठ किया जा रहा है। यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य देशराज शुक्ला सिद्धांत आचार्य हैं, भजनों उपदेशक महाशय चतर सिंह आर्य एवं ओम प्रकाश शास्त्री द्वारा प्रतिदिन किया जाता है। कन्या गुरुकुल भुसावर के कुलपति हरिश्चंद्र शास्त्री के संरक्षण में यह कार्यक्रम चल रहा है। इस अवसर पर आचार्य देशराज शास्त्री जी ने अपने प्रवचन के माध्यम से बताया कि वेदों का व्याख्यान सुनना ही सबसे बड़ा सत्संग है। उन्होंने कहा हमें अपने जीवन में अपने शुभ कर्मों को करते हुए यज्ञ आदि कार्यों में सदैव तत्पर रहना चाहिए मानव जीवन में ही ऐसे सात्विक कार्य संभव हैं। उन्होंने कहा वेद की ऋचाओं में बताया गया है की मनुर्भव अर्थात हे मनुष्य तू इंसान बन ईर्ष्या द्वेष अहंकार बुराइयों को छोड़कर जो उत्तम गुण कर्म स्वभाव हैं उनको अपने जीवन में धारण करे । इन्हीं भावों को लेकर के सम्मानित धर्म प्रकाश आर्य प्रतिवर्ष यह कार्यक्रम करते रहते हैं। इस अवसर पर इलाके के सभी आर्य जन पधारते हैं और यज्ञ में आहुति डाल करके अपने जीवन को धन्य करते हैं। आज के मुख्य यजमान डॉ सतीश गाबा सप्तनीक रहे। इस अवसर पर आर्य समाज शहर पलवल के प्रधान मोतीलाल, आर्य समाज के महामंत्री यशवीर वीर, आर्य समाज जवाहर नगर कैंप के प्रधान जयप्रकाश आर्य कार्यकारी प्रधान अशोक कुमार, जवाहर नगर कैंप की अध्यक्षा पुष्पा आर्य, वेद प्रकाश आर्य, योगराज आर्य, ब्रह्म प्रकाश आर्य, ज्योति आर्य, आदित्य आर्य, शीला आर्य, सुमति रमेश आर्य, सुरेश आर्य, अरुण आर्य, इंद्र कुमार आर्य, जगबीर सिंह आर्य, डॉ विजेंद्र आर्य, सतीश कुमार आर्य, जवाहर नगर कैंप सुरेश खुराना, चतर सिंह आर्य आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – संतोष शर्मा