पलवल – इन दोनों पलवल जिले में स्वास्थ्य एवं मलेरिया विभाग का ढाबा खोखला साबित हो रहा है वही नगर परिषद की पोल खोल खुलती नजर आ रही है। नगर परिषद क्षेत्र एवं जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ चुका है की लोगों में डेंगू,मलेरिया आदि से ग्रस्त होने की संभावना बन गई है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग का कहना है की मच्छरों का बढ़ना आम बात है बीमारी फैलने अलग बात है मच्छर कभी भी खत्म नहीं हो सकते पूरे पलवल जिले में डेंगू के 29 कैसे आए थे और मलेरिया के दो मामले आए थे वह भी दो भी बिहार आदि के रहने वाले मजदूरों लोगो के थे। उसके अलावा 10 लाख घरों में डेंगू एवं मलेरिया के प्रति जागरूक अभियान चलाया था। संबंधित विभाग द्वारा करीब 50 घरों में फॉगिंग कर दी गई थी। जिला पलवल स्वास्थ्य एवं मलेरिया विभाग ने बताया की मच्छरों, मलेरिया और डेंगू से छुटकारा पाने के लिए फागिंग का काम शहरी क्षेत्र मैं नगर परिषद एवं ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत के अधीन है। हमें जब जहां भी जो शिकायत मिली वहां से हमने लार्वा हर जगह से नष्ट कर दिए हैं। पूर्व में एक अभियान के दौरान लगभग 1600 घरों को संबंधित विभाग ने नोटिस भी भेजा गया था लेकिन किसी पर भी कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो पाई है। वही नगर परिषद पलवल के सफाई निरीक्षक संदीप कुमार ने बताया की हमारे अधीन आने वाले क्षेत्र में हमने पूरी तरह से फागिंग कर दी है डेंगू और मलेरिया के कोई केस नहीं आए हैं। लेकिन आप नगर परिषद का यह दृश्य देखकर सहज अंदाजा लगा सकते हैं की नगर परिषद के अंदर भी कितनी गंदगी और अनदेखी है क्षेत्र की बात तो दूर की बात है। वही क्षेत्रीय निवासियों का कहना है कि संबंधित स्वास्थ्य एवं मलेरिया विभाग तथा नगर परिषद एवं ग्राम पंचायतें मच्छरों से छुटकारा पानी के लिए फागिंग की तरफ ध्यान नहीं दे रही हैं जिससे डेंगू मलेरिया आदि का प्रकोप बढ़ाने जा रहा है। आईए जानते हैं क्षेत्र के जागरूक एवं समाज सेवियों से हकीकत क्या है।
रिपोर्ट – संतोष शर्मा