हैदरगढ़, बाराबंकी- सीएम योगी आदित्यनाथ भले भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। मगर स्थानीय स्तर अधिकारी व कर्मचारी गरीब, शोषित व दलित समुदाय से काम करवाने के बदले धन मांग करने गुरेज नहीं करते। ऐसा ही मामला ब्लॉक सिद्धौर क्षेत्र में तैनात पूर्ति निरीक्षक का है। जो नए राशन कार्ड बनवाने व कार्ड से नाम अलग करवाने एवज में धन उगाही आरोप हैं। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर पर की गई है। आरोप है कि कई साल से सिद्धौर क्षेत्र में तैनात पूर्ति निरीक्षक पीड़ितों कार्यालय बुलाकर बेइज्जत कर खदेड़ते हैं।
सिद्धौर ब्लॉक क्षेत्र के पूर्ति निरीक्षक सिद्धौर संजय कुमार बेलगाम है। यह कहना बबक्करपुर मजरे मीरापुर गांव निवासी बंशीलाल पुत्र शिवानाथ का है। उनके द्वारा हुए आईजीआरएस शिकायत में पूर्ति निरीक्षक सिद्धौर संजय कुमार के इसी क्षेत्र में करीब 10 साल से तैनात होना बताया। इसके चलते गरीब व्यक्तियों का काम कराने के नाम पर अवैध वसूली करने आरोप हैं। उनका कहना है कि नए राशन कार्ड बनवाने व यूनिट बढ़वाने पर कोटेदार या उनके कार्यालय में तैनात एक सहयोगी जरिए रूपयों मांग होती है। ऐसा नहीं करने पर कार्यालय बुलाकर बेइज्जत करने के साथ भगा देने आरोप है। उधर, क्षेत्र के ही बेसनपुर मजरे लाखूपुर गांव निवासी दीपू पुत्र तेजराम का कहना है कि पांच माह पहले ऑनलाइन अपनी मां के राशनकार्ड से नाम अलग करवाने के आवेदन किया था। मगर पूर्तिनिरीक्षक द्वारा पैसों की मांग करने पर नहीं देने पर उसका कार्य नहीं हो सका। उसे कार्यालय बुलाकर धमकाया गया। इस संबंध में पूर्ति निरीक्षक संजय कुमार ने बताया कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप निराधार है।