योगी राज में भ्रष्ट राजस्व कर्मियों के चलते मंदिरों व धार्मिक स्थलों की भूमि भी सुरक्षित नहीं
-पुराने रामलीला मैदान मामले में भूमाफियाओं व भ्रष्ट -राजस्व कर्मियों की मिलीभगत में फिर गर्माया माहौल
भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उठी मांग
सफदरगंज, बाराबंकी- कस्बा स्थित भवानी बाग दुर्गा मन्दिर में डेढ़ वर्ष पूर्व राम चबुतरा व धर्मिक स्थल तोड़े जाने के बाद भूमाफिया द्वारा गुरुवार को बाउण्ड्री वाल बनाने का प्रयास करने पर निद्धेश्वर महादेव न्यास समिति व ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त हो गया। मौके पर पहुंची सफदरगंज पुलिस ने बाउण्ड्री वाल बनाने से रोक लगा दी।
सफदरगंज कस्बा स्थित भवानी बाग दुर्गा मन्दिर में डेढ़ वर्ष पूर्व सैकड़ों वर्षो पूराना राम चबुतरा व धर्मिक स्थल व बैरिकेडिंग को भू माफियाओं द्वारा तोडे जाने के बाद प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद पुनः राम चबूतरे व धर्मिक स्थल का निर्माण करा कर रामलीला मैदान की भूमि पर पुनः बैरिकेडिंग करा कर सुरक्षित करा दी थी। निद्धेश्वर महादेव न्यास समिति के अध्यक्ष सुनील वर्मा का आरोप है कि तत्कालीन कानून गो आशुतोष उपाध्याय व लेखपाल महेन्द्र गुप्ता ने रामलीला मैदान की सीमा के अन्दर लगे वर्षो पुराने पेड़ों को न दर्शाते हुए भूमाफियों के इशारे पर मनमुताबिक रिपोर्ट लगाकर एसडीएम न्यायालय को गुमराह कर पैमाइस कराने का आदेश करा लिया। यहीं नहीं 28 सितम्बर को रामलीला मैदान की भूमि पर कानून गो व लेखपाल ने निद्धेश्वर महादेव न्यास समिति की गैरमौजूदगी में एकपक्षीय पैमाईस करा कर मनमुताबिक निशाना देही कर दी थी। इस निशान देही से असंतुष्ट न्यास समिति के कोषाध्यक्ष अमित गुप्ता ने बताया कि इस पैमाइस के सम्बन्ध में एसडीएम सदर कोर्ट में वाद लम्बित है। गुरुवार को जब नितिन अग्रवाल उसी निशानदेही पर बैरिकेडिंग बनाने का प्रयास करने लगे तो निद्धेश्वर महादेव न्यास समिति और सैकड़ों ग्रामीण आक्रोशित होकर रामलीला मैदान में एकत्र हो गए और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची सफदरगंज पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत कराया और बैरिकेडिंग का कार्य रूकवाते हुए सभी से शान्ति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।