कालका (हरियाणा)— जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में नवपदोन्नत स्कूल प्रिंसीपलों के लिए 19 जुलाई तक द्विसाप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कडी़ में डाईट के प्रिंसीपल विजय लक्ष्मी के मार्गदर्शन में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्य स्तरीय परियोजना बाल सलाह, परामर्श व कल्याण केन्द्र के तत्वावधान में स्कूल नेतृत्व में सामाजिक भावनात्मक बुद्धिमत्ता के प्रमुख पहलू मनोवैज्ञानिक प्रेरणा का मूल्य जानें विषय पर सेमिनार आयोजित हुआ।

सेमीनार में बतौर मुख्य वक्ता हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के नोडल अधिकारी एवं मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि दूसरे व्यक्तियों को बेहतर ढंग से समझना, उनके साथ जुड़ना और अधिक प्रभावी ढंग से बातचीत करना सामाजिक भावनात्मक बुद्धिमता के प्रमुख पहलू है।

आज की किशोर युवा पीढ़ी में अगर नैतिक मूल्यों की गिरावट आ रही है तो काफ़ी हद तक हम सभी ज़िम्मेदार है जबकि एक तरफ डिजिटल तकनीक का दुरुपयोग भी अपनी नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। हम किसी भी सूरत में अपने किशोर युवाओं को हताश होकर न बैठने दें। उनमें चाहत, जुनून, कुछ हासिल करने की लगन पैदा करें। शिक्षकों को चाहिए कि अपने विद्यार्थियों को प्रेरणादायी सकारात्मक उत्साहवर्धक संदेश देते रहें। एक किताब, एक बच्चा, एक शिक्षक दुनिया को नया सकारात्मक रूप दे सकते हैं। एक महान शिक्षक मदद करता है, दिमाग़ खोलता है और दिल को छू लेता है।