पलवल जिला में आपातकालीन तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं को परखने और बचाव संसाधनों को बढ़ाने के उद्देश्य से शनिवार को “ऑपरेशन शील्ड” नामक नागरिक सुरक्षा अभ्यास का आयोजन जिला सचिवालय में आयोजन किया गया, पलवल में आयोजित “ऑपरेशन शील्ड” अभ्यास भारत सरकार के गृह मंत्रालय के मार्गदर्शन व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं पलवल जिला उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ के नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर हवाई हमलों, ड्रोन हमलों और अन्य युद्धकालीन परिदृश्यों जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं के दौरान किस तरह राहत और बचाव कार्य करें रहा। इसमें जिला के प्रशासनिक अधिकारियों सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्षों ने भाग लिया। इस दौरान जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क और मुस्तैद रहा।
वही चिल्ला उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य मौजूदा आपातकालीन तंत्र का परीक्षण करना, नागरिक प्रशासन, रक्षा बलों और स्थानीय समुदायों के बीच समन्वय में सुधार करना और उन क्षेत्रों की पहचान करना है, जिन्हें मजबूत करने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी युद्ध या आपातकालीन संकट के दौरान त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास में जो भी कमियां रही उनकी रिपोर्ट तैयार कर उन्हें दूर किया जाएगा।
इसमें प्रमुख घटकों में हवाई हमलों और मानव रहित हवाई वाहनों (ड्रोन) के झुंड जैसे हवाई खतरों का जवाब देना, हवाई हमले के सायरन को सक्रिय करना और भारतीय वायु सेना के साथ स्थापित नियंत्रण कक्ष संचार हॉटलाइन का परीक्षण करना शामिल है।
उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने बताया कि यह अभ्यास घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (आई आर एस) के अनुरूप है, जिसे हरियाणा ने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत 28 जनवरी, 2025 को आधिकारिक तौर पर अधिसूचित किया था, जो प्रभावी आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए एक संरचित ढांचा प्रदान करता है।
इस दौरान एसडीएम पलवल ज्योति, सीटीएम अप्रतिम सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।।