बाराबंकी – वरिष्ठ मान्यता प्राप्त पत्रकार मोहम्मद अतहर का सुबह करीब 06 बजे लखनऊ स्थित अपोलो हास्पिटल में निधन हो गया। परिवारीजनों के बताए अनुसार शनिवार को वे स्वयं कार से अपने रोटीन चेकअप के लिए लखनऊ आशियाना स्थित अपोला हास्पिटल गए थे। जहां अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें भर्ती कर लिया गया। जिसकी जानकारी उन्होंने अपने परिवारीजनों को फोन पप स्वयं दी लेकिन जब लोग लखनऊ पहुंचे तो चिकित्सकों को उन्हें वेटिलेटर पर लेना पड़ा। जिसके बाद रविवार को उनकी हालत गंभीर ही बनी रही व सोमवार सुबह उन्होंने अंतिम सांसें लीं। जानकारी होते ही पत्रकारों में शोक की लहर दौड़ गई। बताते चलें कि स्वभाव से मिलनसार समाजसेवी मोहम्मद अतहर सहारनपुर के निकट नगीना के रहने वाले थे। इनके पिता हामिद हुसैन जनपद के प्रसिद्ध अजीमुद्दीन अशरफ इस्लामिया इंटर कॉलेज में अंग्रेजी के लेक्चरार थे। जिनके दो पुत्रों में मो.अतहर छोटे पुत्र थे। इनकी चार बहनों में बड़ी बहन की निकाह अलीगढ़ में अंग्रेजी के प्रोफेसर से हुआ था। वहीं दो बहने एंथोनी में शिक्षिका हैं। जानकारी अनुसार 1965 में जन्में वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद अतहर का शिक्षण अलीगढ़ से ही हुआ। जहां की यूनीवर्सिटी से इन्होंने परास्नातक की डिग्री लेकर जनपद में इन्होंने पैरागॉन कम्प्यूटर ट्रेनिंग सेंटर खोला। जो बेहतर शिक्षण के चलते जनपद में काफी प्रसिद्ध भी हुआ। लेकिन वहां के नए मकान मालिक से विवाद और प्रशासनिक भ्रष्टाचार में सुनवाई सिफर रहने के बाद इनका मन बिजनेस से हटा तो 2006-7 में इन्होंने लखनऊ से प्रकाशित हिन्दी दैनिक राष्ट्रीय स्वरूप से अपनी पत्रकारिता की शुरूआत की और बढ़िया स्वभाव के चलते पत्रकारों में इनकी बढ़िया पैठ हो गई। जिसके बाद इन्होंने राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक पंजाब केसरी से बतौर जिला संवाददाता जुड़े। तो वहीं उ. प्र मान्यता प्राप्त जर्नलिस्ट ऐसोसिएशन में जानकारी अनुसार बतौर सचिव इन्होंने जिम्मेदारी संभाली और राजधानी के पत्रकारों में भी इनकी अच्छी पैठ हो गई। पत्रकारिता के अलावा रेड क्रास सोसाइटी सहित तमाम समाजसेवियों के कंधे से कंधा मिलाकर इन्होंने गरीबों में कपड़े बांटने, मरीजों की मदद के साथ तमाम समाज सेवा के कार्यों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। 2023 में फाइलेरिया बीमारी से ग्रसित होने के बाद इनका स्वास्थ्य निरंतर बिगड़ता गया। लेकिन कभी इन्होंने अपने कर्तव्यों के बीच बीमारी को नहीं आने दिया। 6-7 माह पूर्व हालत में लगातार गिरावट को लेकर इन्होंने अपोलो हास्पिटल में इलाज शुरू किया। इनके करीबियों के बताए अनुसार इन्हें कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी की पुष्टि चिकित्सकों ने की थी। लेकिन इन्होंने अपने मुृख से सब जानते समझते हुए भी कभी ना कैंसर का जिक्र किया ना हार मानी। यहां तक की भले ही बीते 10 माह से आफिस का कार्य बीमारी के चलते घर से कर रहे हों, लेकिन घर की सब्जी लाने से लेकर बच्चियों को स्कूल छोड़ने का कार्य भर्ती होने वाले दिन तक करते रहे। अपने पीछे अपनी 10 वर्ष व 06 वर्ष की बच्चियों को छोड़ दिवंगत हुए पत्रकार को उनके 13 कंपनी बाग स्थित आवास पर देर शाम तक पत्रकारों, जनप्रतिनिधियों सहित तमाम गणमान्यों का तांता श्रद्धांजलि देने के लिए लगा रहा। ईसा की नमाज के बाद कमरिया बाग स्थित कब्रिस्तान में भारी तादात में लोगों उन्हें अंतिम विदाई देते हुए सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। पत्रकार प्रेस महासंघ मंगलवार को करेगा श्रद्धाजलि सभा का आयोजन पत्रकार प्रेस महासंघ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने जानकारी देते हुूए बताया कि पत्रकार प्रेस महांसघ के तत्वावधान में वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद अतहर के आकस्मिक निधन पर श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन आवास विकास स्थित संगठन के जिला कार्यालय पर अपराहन 0215 बजे आयोजित होगा। जिसमें तमाम पत्रकार पहुंचकर वरिष्ठ पत्रकार को श्रद्धांजलि समप्रित करेंगे।