मुसाफिरखाना, अमेठी – कोतवाली क्षेत्र के पिंडारा महाराज गांव में संदिग्ध हालात में विवाहिता की मौत पिटाई से नहीं, बल्कि फांसी लगाने से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। इस मामले में पुलिस को अब तक विवाहिता के परिजनों की ओर से तहरीर नहीं दी गई है। मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के पिंडारा महाराज गांव निवासी शिवमंगल से घरेलू विवाद में पत्नी आराधना (21) की शनिवार को संदिग्ध हालात में सीएचसी मुसाफिरखाना में मौत हो गई थी। आराधना के गले में निशान मिलने के बाद पुलिस ने पति को हिरासत में लेते हुए मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पंचायतनामा की कार्रवाई करने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया। पीएम रिपोर्ट में एक्पीसीया हैंगिंग (फंदे से लटकने से मौत) की बात सामने आई। इतना ही नहीं शरीर पर कोई भी चोट नहीं होने की बात रिपोर्ट में डॉक्टरों की ओर से कही गई है। आराधना की मौत व पोस्टमार्टम के बाद भी मायके वाले नहीं आए। पुलिस के लगातार संपर्क करने के बाद भी कोई तहरीर नहीं दी। सूत्रों के अनुसार पुलिस पति को आत्महत्या के लिए उकसाने करने की नजर से देख रही है। एसएचओ विवेक सिंह ने बताया कि पिटाई से आराधना की मौत नहीं हुई है, आत्महत्या करने की पुष्टि हुई है। संपर्क के बाद भी मायके वालों ने कोई तहरीर नहीं दी है। यदि कोई तहरीर मिलती है तो केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।