मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। बीते 24 घंटे के दौरान पछुवा हवा चलने से तापमान में पांच डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। किसानों का कहना कि यह हवा फसल के लिए लाभदायक है। हालांकि, कुछ किसानों का कहना है कि हवा में परिवर्तन होते ही फसल की पैदावार पर भी असर पड़ेगा। मौसम के मिजाज को सरेनी क्षेत्र के कुशलखेडा निवासी कालीचरण किसान ने बताया कि दो दिन से लगातार पछुआ हवा चलने से किसानों की दलहनी फसलों की उपज में बढ़ोत्तरी होगी और फसल निरोग रहेगी। उन्होंने बताया कि सरसों, अरहर, चना, दोबिया, मटर और मसूरी जैसी फसलों में फूल आने का पीक समय चल रहा है। यदि एक सप्ताह पछुआ हवा चली तो सभी दलहनी फसलों को उपज अच्छी होगी और किसी भी प्रकार का फली भेदक कीड़ा नहीं लगेगा। मौसम में आई गिरावट किसानों के चेहरे खिले बदलते मौसम पर बछरावां के राजा मऊ निवासी किसान अंजनी और संजय ने बताया कि बीते तीन दिनों से लगातार हवा में परिवर्तन हुआ है। पछुआ हवाएं चलने से मौसम में नमी आई है। जिस कारण उनकी फसलों में लग रहे रोग से निजात मिलेगी। राम सजीवन नंदकिशोर ने बताया कि सरसो, मटर, चना और गेहूं जैसी फसलों में फूल आने का समय है। अगर आगे आने वाले समय में भी ऐसी हवा चली तो फसलों में पैदावार बढ़ेगी।