माघी पूर्णिमा पर महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं का सफर सुगम बनाने की तैयारी है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पहली बार नो एंट्री पॉइंटों पर पुलिसकर्मियों की तैनात की गई है। शहर के अंदर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। लोगों को जाम से राहत दिलाने के लिए अन्य मार्गों से भी वाहनों को भेजने की तैयारी है। रूट डायवर्जन 16 फरवरी तक रहेगा। रायबरेली से होकर लखनऊ, सुल्तानपुर, बाराबंकी, अमेठी के लाखों श्रद्धालुओं का प्रयागराज आना-जाना लगा है। तीन दिन से श्रद्धालुओं का रेला उमड़ रहा है। इस वजह से ट्रैफिक व्यवस्था पटरी से उतर गई है। लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर आवागमन प्रभावित है। अब बुधवार को माघी पूर्णिमा है। ऐसे में लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं के प्रयागराज जाने की संभावना है। इसे देखते हुए पुलिस विभाग ने खास तैयारी की है। नो एंट्री पॉइंटों राजघाट, अमावां रोड, सुल्तानपुर रोड, सुंदरगज डीह, दरियापुर चौराहे पर एक ट्रैफिक उपनिरीक्षक व तीन सिपाहियों की तैनाती की गई है। सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक भारी वाहनों के शहर के अंदर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह व्यवस्था 16 फरवरी की रात 12 बजे तक लागू रहेगी। चुरुवा बाॅर्डर से लेकर ऊंचाहार के सबीसपुर गांव तक हाईवे पर पड़ने वाले बछरावां, हरचंदपुर कस्बा, मुंशीगंज, जगतपुर, बाबूगंज, ऊंचाहार कस्बे पर ट्रैफिक के अलावा थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई है। शहर के अंदर या फिर स्थानीय मार्गों पर कहीं जाम की नौबत आती है तो पुलिस की तरफ से अन्य मार्गों से वाहनों का आवागमन कराने का खाका तैयार किया गया है। यातायात प्रभारी इंद्रपाल सिंह के मुताबिक ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं। लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर मंगलवार को जाम नहीं दिखा। जिस तरह तीन दिन से हाईवे पर जाम लग रहा था, उससे शहर के विभिन्न चौराहों पर जाम लगने से नागरिकों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही थी। कहा जा रहा है कि माघी पूर्णिमा पर फिर से श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाएगी। इससे लोगों की मुश्किलें बढ़ेंगी। हाईवे पर जाम की समस्या को देखते हुए माघी पूर्णिमा पर महाकुंभ में होने वाले स्नान को लेकर खास तैयारी की गई है। कहीं पर भी जाम की स्थिति उत्पन्न होने पर वाहनों को अन्य मार्गों से होकर गंतव्य स्थान भेजा जाएगा।