पलवल – होडल में आज हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गाय हमारी संस्कृति की आत्मा है। गो पालन और गोसेवा से ही हमारा ग्राम्य जीवन समृद्ध हुआ है। हमारे ऋषि-मुनियों ने हजारों वर्ष पूर्व कहा था कि गाय के संरक्षण से ही मानवता का कल्याण संभव है। आज जब दुनिया ग्लोबल वार्मिंग, स्वास्थ्य समस्याओं और नैतिक मूल्यों के क्षरण से जूझ रही है, तब हमें पुन: अपनी जड़ों की ओर लौटने की आवश्यकता है और उस यात्रा का पहला चरण गोसेवा है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी आज अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर होडल स्थित गोसेवा धाम अस्पताल के वार्षिकोत्सव समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित जन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गोसेवा धाम में नई टीन शेड का उद्घाटन करने के साथ-साथ पूरे धाम परिसर का भ्रमण किया। यहां पहुंचने पर गोसेवा धाम की संचालिका देवी चित्रलेखा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का पुष्पगुच्छ व शॉल भेंट कर स्वागत किया।

मुख्यमंत्री ने वल्र्ड संकीर्तन टूर ट्रस्ट की सराहना करते हुए कहा कि यह ट्रस्ट गोसेवा और मानव सेवा जैसे महान कार्य कर रहा है। गोसेवा को भी एक जीवंत आंदोलन का स्वरूप दिया है। उन्होंने कहा कि यह गो सेवा धाम सेवा तीर्थ बन गया है। यहां बेजुबान पशुओं की सेवा व इलाज किया जाता है। यहां आधुनिक सुविधाएं भी मौजूद हैं। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 21 लाख की राशि देने की घोषणा की। इसके अलावा गौ सेवा धाम अस्पताल की ओर से सौंपे गए मांग पत्र को भी विभागीय प्रक्रिया के माध्यम से पूरा करने का आश्वासन भी दिया। इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष विपिन बैंसला, महामंत्री सुरेंद्र पूनिया, बीजेपी पूर्व जिला अध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया, जिला उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ व पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला, एसडीएम ज्योति मौजूद रहे।

बीते दस वर्षों से गौ संरक्षण और संवर्धन की ओर सरकार अग्रसर-सीएम
मुख्यमंत्री ने गौसेवा सुरक्षा और संवर्धन के लिए प्रदेश स्तर पर किए गए कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि गौमाता की सुरक्षा के लिए सख्त कानून ‘हरियाणा गौ-वंश संरक्षण व गौसंवर्धन वर्ष 2015 में लागू किया। इस कानून में गौ हत्या करने वाले व्यक्ति को 10 वर्ष तक का कारावास और गौ तस्करी करने पर सात वर्ष तक की कैद का प्रावधान है उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष के बजट में गोशालाओं के लिए 595 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है । वर्ष 2014 तक हरियाणा में 215 पंजीकृत गौशालाओं में केवल 1 लाख 74 हजार गौवंश था। आज राज्य में 683 पंजीकृत गौशालाएं हैं। इनमें 4 लाख बेसहारा गौवंश का पालन-पोषण हो रहा है। मौजूदा सरकार ने पंजीकृत गौशालाओं को पिछले दस वर्षों में चारे के लिए 270 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है। पिछले वित्त वर्ष में 608 गौशालाओं को चारे के लिए 166 करोड़ रुपये की राशि दी गई है।
रिपोर्ट – संतोष शर्मा