कालका (हरियाणा)--पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने कालका स्थित एक निजी रेस्टोरेंट में प्रेस वार्ता की। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान क्षेत्र की जनता को पेश आ रही समस्याओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा की हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की ट्रिपल इंजन सरकार को 8 माह का कार्यकाल पूरा हो चुका है, लेकिन कालका विधानसभा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।
पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनता की उम्मीदों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। कालका क्षेत्र की सड़कों की हालत वर्ष 2014 से ही खराब बनी हुई है, लेकिन सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। पिंजौर-कालका मेन रोड की करोड़ों की लागत से की गई रिकारपेटिंग के बावजूद सड़कें जर्जर अवस्था में हैं, और अब आम जनता सड़क की खराब हालत से तंग आकर खुद सड़कों पर उतर आई है।
दून और रायतन, मोरनी, रायपुररानी जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में भी सड़कें टूट चुकी हैं, जिससे स्थानीय लोगों को आवाजाही में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि 8 माह पहले भाजपा सरकार ने नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था, लेकिन क्षेत्र में नशे का कारोबार अब भी खुलेआम चल रहा है। युवाओं का भविष्य खतरे में है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है उन्होंने बेरोजगारी से परेशान युवा नशे की गिरफ्त में आ रहा है। इसके अलावा कालका क्षेत्र में लागू धारा 7ए को लेकर भी पूर्व विधायक ने सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि इस धारा के चलते हज़ारों लोग अपनी ज़मीन का उपयोग नहीं कर पा रहे। न तो वे उसे बेच सकते हैं और न ही किसी प्रकार का विकास कार्य कर सकते हैं।

सरकार ने इसे हटाने का आश्वासन तो दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। डेलीगेट प्रदेश कांग्रेस कमेटी अजय सिंगला ने वार्ता के दौरान कहा की कालका पिंजौर के मुद्दे पहले जैसे ही हैं, जोकि समाप्त होने की बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं।
भाजपा ने काली माता मंदिर में पार्किंग बनाने का, व पानी की समस्या के हल करने का वादा किया था, परंतु सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर पाई। वादा किया था नगर परिषद में भ्रष्टाचार की जांच होगी, उसे भी पूरा करने में असफल रही।