बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल जीत का जश्न मनाने के लिए जमा हुई भीड़ में भगदड़ के दो दिन बाद, पुलिस ने शुक्रवार को केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Kempegowda International Airport) पर RCB मैनेजमेंट के निखिल सोसले और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी DNA के सुनील मैथ्यू को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि मामले में दो और लोगों को भी हिरासत में लिया गया है.

KSCA से जुड़े अधिकारी फरार–
गुरुवार को पुलिस ने RCB, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी DNA और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) प्रशासन के खिलाफ भगदड़ के मामले में मामला दर्ज किया था. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुलिस से इन प्रतिनिधियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था. पुलिस ने बताया कि KSCA के कुछ अधिकारी अभी फरार हैं.

बुधवार का दिन कर्नाटक में क्रिकेट फैंस के लिए जश्न का दिन माना जा रहा था, लेकिन वो अचानक अफरातफरी और भगदड़ में बदल गया. आरसीबी (RCB) की जीत के बाद आयोजित होने वाली विजय रैली (Victory Parade) को जल्दी में रद्द कर दिया गया, जिससे भीड़ में भ्रम फैल गया और हालात बेकाबू हो गए. यह भगदड़ एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई.

सुबह टीम मैनेजमेंट की ओर से ऐलान किया गया था कि खुले बस में विजय रैली निकाली जाएगी, जो विधान सौधा से स्टेडियम तक जाएगी. रैली के बाद स्टेडियम में जश्न का आयोजन होना था, जिसके लिए ऑनलाइन मुफ्त पास मिलने थे. लेकिन ठीक सुबह 11:56 बजे, बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि रैली अब नहीं होगी.

तब तक काफी देर हो चुकी थी. जब दोपहर करीब 1:30 बजे RCB टीम HAL एयरपोर्ट पहुंची और होटल होते हुए विधान सौधा के लिए निकली, तब तक हजारों लोग रैली मार्ग पर इकट्ठा हो चुके थे. मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को खिलाड़ियों को सम्मानित करना था.
कुछ दर्शक तो पेड़ों, इमारतों की मुंडेरों और कर्नाटक हाई कोर्ट की छत पर भी चढ़ गए. उधर, एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भी भारी भीड़ जमा हो गई थी. नम्मा मेट्रो को भीड़भाड़ के कारण कब्बन पार्क और डॉ. बी.आर. अंबेडकर स्टेशन पर मेट्रो न रोकने की घोषणा करनी पड़ी.

दोपहर 3 बजे तक, पुलिस के मुताबिक, स्टेडियम के एक किलोमीटर दायरे में 50,000 से ज्यादा लोग जमा हो चुके थे. और फिर करीब 4 बजे, जब स्टेडियम का गेट नंबर 3 आंशिक रूप से खोला गया, तो पास रखने वाले और बिना पास वाले लोग एक साथ अंदर जाने की कोशिश करने लगे, जिससे भगदड़ मच गई और स्थिति बेकाबू हो गई.

हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे मामले की जांच: सीएम

कैबिनेट मीटिंग के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने बताया कि इस हादसे की जांच हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज माइकल कुण्हा करेंगे. यह एक एकल न्यायिक जांच आयोग होगा, जिसे यह पता लगाना है कि भीड़ नियंत्रण, योजना और तालमेल में क्या-क्या गलतियां हुईं. मुख्यमंत्री ने बताया कि यह जांच आयोग 30 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.