राहु ग्रह के कारकत्व
स्वभाव/गुण
राहु स्वभाव से पापी ग्रह हैं। यह तमोगुणी ग्रह हैं। इसकी दिशा दक्षिण-पश्चिम हैं।
कारकत्व
यह चर्बी, कठोर वाणी, यात्रायें, दुष्टता, छड़यंत्र संकट, दादा, नानी, विष आदी का कारक हैं।
अंग
पैर, श्वास, फेंफड़े, गर्दन आदि अंगों पर राहु का प्रभाव रहता हैं।
रोग
लाइलाज रोग, दाँत, साँसों की बीमारी, गुर्दों के रोग, क्षय, जख्म, जोड़ों के दर्द आदि बीमारियाँ राहु की वजह से हो सकती हैं।
धातु
इसके धातु लोहा और पंचधातु हैं जो उपाय में काम आते हैं।
रत्न
राहु के लिए नीलम रत्न उपाय में लाया जा सकता हैं।
इस भाग में इतना ही।
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