
उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘भाजपा के साथ गठबंधन के बाद मुझे एक चीज का अनुभव हो गया है कि हमें उस नीति पर नहीं चलना चाहिए कि गठबंधन में जिस पार्टी के सबसे ज्यादा विधायक होंगे, उसी पार्टी का सीएम होगा। हमने भाजपा के साथ गठबंधन में पिछले चुनावों में ऐसा महसूस किया है कि पार्टी अपने विधायकों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जिताने के लिए गठबंधन की दूसरी पार्टी के उम्मीदवारों को कमजोर करने की कोशिश करती है। इसलिए हम ज्यादा विधायकों वाली पार्टी को ही सीएम पद देने के पक्ष में नहीं हैं।’
उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘महाविकास अघाड़ी गठबंधन को मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर फैसला करने दीजिए। कांग्रेस और एनसीपी-एसपी को अपने-अपने सीएम उम्मीदवार का नाम सुझाने दीजिए। हम उसका समर्थन करेंगे। हमें महाराष्ट्र और देश की भलाई के लिए काम करना है और मैं 50 खोखा और गद्दारों को भी जवाब देना चाहता हूं। कि लोग हमें चाहते हैं ना कि उन्हें।’
ठाकरे ने कहा कि ‘मैं इस बात पर चर्चा के लिए तैयार हूं कि आपने (महायुति) ने और हमने (महाविकास अघाड़ी) इस देश और राज्य के लिए क्या किया। वे नगर निगम के चुनाव नहीं करा रहे हैं और न ही उन्होंने अभी तक चुनाव की तारीखों को लेकर कोई फैसला किया है।’ गौरतलब है कि शुक्रवार शाम को चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है।
‘वक्फ संपत्ति को किसी को छूने नहीं दूंगा’
उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘मैं ऐलान कर रहा हूं कि अगर वक्फ बोर्ड या किसी मंदिर और धार्मिक संपत्ति को किसी ने छूने की भी कोशिश की तो मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। यह मेरा वादा है। यह किसी बोर्ड का सवाल नहीं है बल्कि यह हमारे मंदिरों का मामला है। जैसा कि शंकराचार्य ने कहा है कि केदारनाथ मंदिर का 200 किलो सोना चोरी हुआ, तो इसकी जांच होनी चाहिए।’ उद्धव ने इसी के साथ वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा और पूछा कि जब भाजपा पूर्ण बहुमत में थी तो इसे पारित क्यों नहीं किया गया।
अक्टूबर या नवंबर में चुनाव की संभावना—
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अक्टूबर या नवंबर में होने की संभावना है। एमवीए में शिवसेना (यूबीटी), शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (सपा) और कांग्रेस शामिल हैं।
ठाकरे ने कहा, “कांग्रेस और एनसीपी (सपा) द्वारा एमवीए के सीएम चेहरे के रूप में घोषित किसी भी उम्मीदवार का समर्थन करेंगे। मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैं अपने लिए लड़ रहा हूं, बल्कि महाराष्ट्र के अधिकारों के लिए लड़ रहा हूं।”
महाराष्ट्र के स्वाभिमान को बचाना होगा—

विपक्षी गुट एमवीए के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि विधानसभा चुनाव महाराष्ट्र के स्वाभिमान को बचाने की लड़ाई है। ठाकरे ने एमवीए कार्यकर्ताओं से स्वार्थ से ऊपर उठकर महाराष्ट्र के गौरव और हितों की रक्षा के लिए लड़ने को कहा।
UCC को लेकर पीएम मोदी पर हमला—
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता की वकालत करने पर ठाकरे ने आश्चर्य जताया। ठाकरे ने पीएम से सवाल करते हुए पूछा कि क्या उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया है।
चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर राजनीतिक बयानबाजी —
झारखंड में भी इस साल के अंत तक चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मुझे लगता है कि आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान नहीं किया जाएगा। झारखंड के चुनाव बाद में होंगे। वहीं कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री ने कल ही एक देश, एक चुनाव की बात की है। मुझे उम्मीद है कि चार राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान किया जाएगा।’