मेरठ– हथियारबंद बदमाशों ने करीम नगर में धागा कारोबारी शादाब अंसारी के दस साल के मासूम बेटे अरशान को गोद में उठा लिया। बदमाशों ने अरशान की कनपटी पर पिस्टल रखकर गोली मारने की धमकी दी। अरशान डर के कारण रोने लगा। इसके बाद पीड़ित परिवार सहम गया और बेखौफ बदमाश ढाई घंटे तक घर लूटपाट करते रहे।
कारोबारी के परिजन ने बताया कि जिस वक्त बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया, उस दौरान कारोबारी शादाब के मकान में उनकी पत्नी शाबाना, मां शाजिया, पिता मकसूद, बेटी 15 वर्षीय बिनिया, पांच वर्षीय आलिया और 10 साल का बेटा अरशान घर में मौजूद थे। बदमाश बाइक पर सवार होकर पहुंचे और घर में दाखिल होने के बाद शादाब व उसके बेटे पर पिस्टल लगाकर अन्य परिजन को भी बंधक बना लिया। बदमाशों ने परिजन के हाथ पैर बांध दिए। बदमाशों ने जान से मारने की धमकी देकर पीड़ित परिजन से ही घर में रखी नकदी, आभूषण के बारे में पूछताछ की । जिन अलमारी के ताले लगे थे, आरोपियों ने उनकी चाबी भी हासिल कर ली। इसके बाद बदमाश नकदी, आभूषण लूटपाट करने में जुट गए और 50 लाख की नगदी और जेवरात लेकर डकैत फरार हो गए. इतना ही नहीं डकैतों ने परिवार के लोगों को शिकायत न करने के लिए कुरान की कसम भी दे डाली.
वारदात की सूचना पर कारोबारी के रिश्तेदार सपा विधायक रफीक अंसारी और सपा नेता जानू चौधरी मौके पर पहुंचे। सपा नेताओं ने अधिकारियों से वारदात के जल्द से जल्द खुलासे और बदमाशों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।

डीवीआर भी ले गए बदमाश—
बदमाशों ने जिस ढंग से वारदात की, उससे पता चलता है कि वे पेशेवर थे। बदमाशों ने वारदात के दौरान घर में लगे सीसीटीवी की डीवीआर भी निकाल ली और साथ लेकर फरार हो गए। इसके अलावा इस वारदात में किसी परिचित की रेकी करने की भी आशंका जताई जा रही है। अब पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालकर बदमाशों की पहचान व गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
जाकिर कालोनी पुलिस चौकी से 100 मीटर दूरी पर वारदात —
बदमाशों ने लोहिया नगर थाना क्षेत्र के हापुड़ रोड जाकिर कालोनी पुलिस चौकी से १०० मीटर दूर वारदात को अंजाम दिया। इसके चलते पुलिस कार्यप्रणाली और सुरक्षा पर लोग सवाल खड़े करने लगे। लोगों का कहना था कि बदमाशों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है। बदमाश न केवल बेखौफ होकर वारदात करने आए बल्कि वारदात के बाद भी फरार होने में कामयाब हो गए। उन्हें कहीं चेक करने या रोकने का प्रयास नहीं किया गया।
गिरफ़्तारी के लिए लगाई गई तीन टीमें—
बदमाशों के जाने के बाद परिजनों ने किसी प्रकार खुद को बंधक मुक्त किया और पड़ोस में रहने वाले अपने भाई हाजी महबूब के यहां शादाब अंसारी पहुंचे. उन्हें घटना की जानकारी दी. उन्होंने डॉयल 112 पर सूचना दी. वहीं पुलिस के आला अधिकारियों की माने तो घटना के खुलासे के लिए तीन टीम में लगाई गई है. इलाके के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं.