जैदपुर, बाराबंकी- राज्य सरकार भले ही हर घर हरियाली जैसी योजनाओं पर करोड़ों खर्च कर पर्यावरण को संतुलित करने का प्रयास कर रही हो। लेकिन बाराबंकी के जैदपुर थाना क्षेत्र में पुलिस व वन विभाग के बेलगाम कर्मचारियो व अधिकारियों की वन माफियाओं से साठगांठ के चलते ये योजनाएं दम तोड़ती दिख रही है।
बताते चलें विभागीय मिलीभगत के चलते बीते एक दशक में जनपद के पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा है। जहां कई बड़ी बड़ी बागें भूमाफिया की अवैध प्लाटिंग के भेंट चढ़ गईं वही तमाम प्रतिबंधित हरीयाली भी लगातार अवैध रूप से चल रहे आरे की भेंट चढ़ गई। जिसमें हरे-भरे प्रतिबंधित पेड़ भी वन विभाग की मिलीभगत से नियमो को ताक पर रख कर जारी किए गए परमिटो की आड़ में वन माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से काटे जा रहे है।
ताजा मामला बाराबंकी जिले के जैदपुर थाना क्षेत्र का है। जहां ग्राम पंचायत मौथरी के मीनापुर गांव में वन विभाग की मिली भगत से लकड़ी ठेकेदार प्रतिबंधित गूलर का पेड़ काट ले गए। हफ्ते भर पहले थाना क्षेत्र के बबुराबांध गांव के पास बाग मे बिना परमिट आम के हरे भरे पेड़ काट डाले गए और जिम्मेदार सिर्फ कार्यवाही के नाम पर लीपापोती करते रहे।
इस संबंध में वन दरोगा सचिन पटेल ने बताया मामले की जानकारी हुई है मौके पर पहुंचकर पेड़ का आकलन किया जाएगा। उसके बाद जुर्माना या फिर मुकदमा लिखा जाएगा।