बाराबंकी- जनपद खनन की रायल्टी के नाम पर जाली गोरख धंधे में जहां सरकार को लाखों रुपए का राजस्व का चूना लग रहा है वहीं थोड़े बहुत मिट्टी के रॉयल्टी के नाम पर खनन माफिया प्रशासन की मिलीभगत में जमीन से कई फीट मिट्टी खोदकर गड्ढा बनाकर पर्यावरण को एक तरफ हानि पहुंचा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ भारी भरकम डंपरों के व खनन करने वाली मशीनों के चलते करोड़ों रुपए खर्च कर बनाई गई सड़क भी क्षतिग्रस्त हो रही है आपको बताते चलें जहां योगी सरकार ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर खनन पर रोक लगा रखी है वहीं दूसरी तरफ थोड़ी बहुत मिट्टी के रॉयल्टी के नाम पर खनन माफिया का पूरा तंत्र जनपद भर में मिट्टी की खनन में जुटा हुआ है भारी वाहन के आवाजाही के चलते आम लोगों का सड़कों पर चलना भी जान के जोखिम भरा साबित हो रहा है सामने आए मामले में सतरिख के चैधरी अमरुद्दीन फुरकान भाई कैलाश शिवदयाल आदि ने बताया यहां से सैकड़ो डंपर मिट्टी रोजाना खुद कर जा रही है वहीं शहाबपुर बाजार के निकट डंपर के द्वारा गिराई जा रही है और ट्राली से भरकर दूसरी जगह बेची जा रही है इस संबंध में खनन अधिकारी शैलेंद्र सिंह मौर्य से बात की तो बात को टालते नजर आए।