सम्पादक के ऊपर दर्ज हुए फर्जी एफआईआर में जिले के पत्रकारों में आक्रोश साजिश कर्ताओं पर रिपोर्ट दर्ज करने के लिए पत्रकारों का शिष्टमंडल मिला एएसपी से
यूपी के प्रतापगढ़ – जिले से प्रकाशित राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सावन साहिल, राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक एवं हिन्दी मासिक पत्रिका न्यूज सावन साहिल के संपादक एवं अखण्ड पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष के ऊपर बुधवार को ब्लॉक लक्ष्मणपुर के अन्तर्गत रामपुर खजूर की ग्राम प्रधान रेनू देवी के द्वारा रंगदारी मांगने का फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसको लेकर पत्रकारों का एक शिष्टमंडल संपादक शील गहलौत के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक की गैर मौजूदगी में जिले के अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय से मिलकर फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराने वालों पर रिपोर्ट दर्ज कराकर आवश्यक विधिक कार्यवाही सुनिश्चित कराने की मांग की। इस दौरान एएसपी ने रंगदारी की वायरल वीडियो को उन्होंने खुद चलाकर गौर से सुना। उसके बाद सीओ लालगंज को जांच एवं आवश्यक कार्यवाही के लिए आदेशित किया। इस दौरान संपादक शील गहलौत ने एएसपी से कहा कि गर मैं उक्त प्रकरण में नामजद हूं और मेरी संलिप्तता गर है तो मैं गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हूं। और गर इसमें मेरी संलिप्तता नहीं है तो मेरे मान सम्मान और इज्जत से खिलवाड़ करने वालों पर सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की जाय। जिसपर एएसपी ने जांचोंप्रांत रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही है। विदित हो कि 21 दिसम्बर को भारतीय किसान यूनियन के द्वारा रामपुर खजूर ग्राम सभा की खबर को अपने समाचार पत्र में प्रमुखता से छापा था जिससे झल्लाए ग्राम प्रधान पति विमलेश कुमार ने कूट रचित ऑडियो बनाकर उसी आधार पर मुकदमा दर्ज कराया था। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार निर्भय प्रताप सिंह, वीके सिंह, अपवा के जिलाध्यक्ष प्रदीप पांडेय, राम लाल सरोज, डॉ पारस नाथ विश्वकर्मा, बलराम दुबे, रामू वर्मा, आदि दर्जनों पत्रकार मौजूद रहे। वही संपादक व पत्रकार पर फर्जी अभियोग दर्ज होने से जिले के पत्रकारों ने कड़े शब्दों में निन्दा की है। प्रतापगढ़ प्रेस क्लब के नवनिर्वाचित अध्यक्ष पवन सिंह ने कहा कि फर्जी एफआईआर दर्ज कराकर सम्पादक की मान प्रतिष्ठा गिराने का कुचक्र रचने वाले प्रधान पति सहित संलिप्त सभी लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कार्य जायेगा साथ ही उन सभी पर आवश्यक कार्यवाही भी करवाई जाएगी। पत्रकार रवि प्रताप सिंह चंदन, दीपेंद्र सिंह दीपू, अजितेश जी, संजय श्रीवास्तव आदि तमाम पत्रकारों ने कड़े शब्दों में निन्दा की है।