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पुलिस FIR का डेटा गायब कर पीड़ितों को कॉल कर पैसे मांगने वाले साइबर ठग गिरफ्तार

नोएडा में साइबर ठगों ने लोगों को चूना लगाने के लिए नया तरीका बनाया है. एफआईआर का डाटा निकाल कर एफआईआर करवाने वाले पीड़ितों को पुलिस बनकर मुकदमे में कार्रवाई के नाम पर ठगी करते हैं.

नोएडा —  साइबर फ्रॉड के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. नए-नए तरीकों से साइबर ठग लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. अब ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि पुलिस ने ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है ,जो पुलिस की तरफ से किए गए एफआईआर का डाटा निकाल कर एफआईआर करवाने वाले पीड़ितों को ही पुलिस बनकर कर मुकदमे में कार्रवाई करने के नाम पर ठगी करते हैं. ऐसा ही ठग को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.

प्रदीप कुमार नोएडा के थाना सेक्टर 63 इलाके के चोटपुर कॉलोनी में परिवार संग रहते हैं. बीते सोमवार को कॉलोनी में ही प्रदीप की किसी व्यक्ति से विवाद हो गया. प्रदीप उसके पत्नी पर हमला किया गया, जिनसे प्रदीप की पत्नी के सिर में गंभीर चोट आई है. प्रदीप ने इसकी शिकायत थाना सेक्टर 63 पुलिस को दी. वहीं थाना सेक्टर पुलिस ने पीड़ित के शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया.

पुलिस में शिकायत कराने के बाद प्रदीप को एक कॉल आता है. फोन कॉल करने वाला व्यक्ति पहले प्रदीप को उसकी तरफ से पुलिस को दिए गए शिकायत के बारे में बताता है फिर खुद को गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट का अधिकारी बताता है. कथित पुलिसकर्मी फिर पूरी घटना प्रदीप से पूछता उसके बाद कहता है कि उसका मुकदमा दर्ज हो गया है और जल्द आरोपी को गिरफ्तार करने वाले है. गिरफ्तारी के बाद आरोपी को 6 महीने तक बिल नहीं मिलेगी. 

खुदको पुलिस बताकर करना चाहता था ठगी —

वहीं गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस टीम भेजने के नाम पर फोन करने वाला व्यक्ति प्रदीप से पैसों की डिमांड करता है. जब प्रदीप ऑनलाइन पैसे देने से मना करता है तब आरोपी गाली गलौज करने लगता है और खुद को एसपी जिला कलेक्टर बताते हुए फोन काट देता है. इस मामले का ऑडियो वायरल होने का बाद पुलिस ने पीड़ित से संपर्क कर कॉल डिटेल निकाला और ट्रेस कर नोएडा पुलिस के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को एमपी से गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस बन करते थे पैसों का डिमांड–

जांच में पता चला कि आरोपी 10वीं फेल और अपने साथी के साथ मिलकर UPCOP ऐप से दर्ज मुकदमों के कॉपी निकालकर पीड़ितों को पुलिस बनकर संपर्क करते थे और करवाई के नाम पर पैसे मांगते थे.

डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति अवस्थी

डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसमें एक व्यक्ति पुलिसकर्मी बनकर मुकदमे में करवाई करने के नाम पर पैसों की डिमांड करता था. हमने ट्रेस कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी एमपी का रहने वाला है. वहीं इसका एक साथी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है. ये पिछले एक साल से इस तरह UPCOP से एफआईआर निकाल कर लोगों से मुकदमे में गिरफ्तारी करने के लिए पैसे मांगते थे.

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