शामली– उत्तर प्रदेश सफाई कर्मचारी संघ का मेरठ चैंबर हॉल में वार्षिक सम्मेलन किया गया जिसमें संगठन के अध्यक्ष समाज सेवी अरविंद झंझोट का उत्तर प्रदेश सफाई कर्मचारी संघ के वार्षिक सम्मेलन मेरठ चैंबर हॉल में अरविंद झंझोट का सर पर पगड़ी गले में फूल माला पहनकर स्वागत किया गया और वाल्मीकि अति दलित गरीब कमजोर वर्ग के हितों के लिए निरंतर संघर्ष करते रहते हैं और समाज की लड़ाई पूरी मजबूती के साथ में लड़ रहे हैं इसकी प्रशंसा की और उत्तर प्रदेश सफाई कर्मचारी संघ के द्वारा वाल्मीकि समाज की जो आवाज अपने-अपने जिले में उठा रहे हैं उन सभी सम्मानित सक्रिय लोगों का फूल माला पगड़ी पहनकर स्वागत किया गया और समाज की लड़ाई लड़ने के लिए एक संयुक्त मोर्चा बनने पर विचार हुआ सफाई कर्मचारियों के अन्य को संगठन चल रहे हैं उन सभी संगठनों को एक होकर कर्मचारी हीतों के लिए एकजुट होकर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रामप्रसाद जी ने संघर्ष करने का आह्वान किया
अरविंद झंझोट ने अपने संबोधन में कहा कि संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के लिए ठेके प्रथा को समाप्त करने के लिए और जो श्रम मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 1 अक्टूबर से₹24000 से लेकर 29000 तक प्रतिमाह वेतन सफाई श्रमिकों एवं अन्य श्रमिकों के लिए जो सभी राज्यों का आदेश दिए हैं और 1 अक्टूबर को प्रथम वेतन देने का भुगतान देने के लिए कहा है वह दिलाने के लिए और वर्गीकरण आरक्षण को सभी राज्यों में लागू करने के लिए मंच के माध्यम से मांग की। मुख्यालय पर की गई आयोजित बैठक में विनोद पहिवाल ,सुनील लीडला, अरुण झंझोट ,मुकेश वाल्मीकि ,नंदू प्रसाद वाल्मीकि शामिल रहे ।