ऑनलाइन फूड डिलीवर करने वाली कंपनी स्विगी (Swiggy IPO) का आईपीओ बुधवार यानी 6 नवंबर 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है.
यह आईपीओ निवेश के लिए 8 नवंबर 2024 तक खुला रहेगा.
आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 371 से 390 रुपये प्रति शेयर है.

आईपीओ का साइज 11327 करोड़ रुपये है. आईपीओ को लेकर टॉप ब्रोकरेज हाउस पॉजिटिव हैं और ज्यादातर ने आईपीओ में निवेश की सलाह दी है. फिलहाल स्विगी के आईपीओ को लेकर ग्रे मार्केट में सुस्ती दिख रही है. 13 नवंबर को शेयर की लिस्टिंग होगी.
स्विगी के आईपीओ में रिटेल निवेशकों के लिए 35% हिस्सा रिजर्व है. QIB के लिए इसमें 50% हिस्सा रिजर्व है. जबकि NII के लिए इसमें 15% हिस्सा रिजर्व रखा गया है. आईपीओ से जुटाए गए फंड में स्विगी करीब 982 करोड़ रुपये से अपनी सब्सिडियरी Scootsy में निवेश करेगी और अपनी क्विक कॉमर्स सब्सिडियरी इंस्टामार्ट के लिए डार्क स्टोर नेटवर्क का विस्तार करेगी.

टेक्नोलॉजी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में कंपनी 586 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इसके अलावा कंपनी ब्रैंड मार्केटिंग और बिजनेस प्रोमोशन में 929 करोड़ रुपये लगाएगी. कंपनी करीब 137 करोड़ रुपये कर्ज घटाने के लिए खर्च करेगी.
क्या है ब्रोकरेज हाउस का मानना —

ब्रोकरेज हाउस एसबीआई सिक्योरिटीज ने स्विगी को लेकर कुछ पॉजिटिव फैक्टर बताए हैं. जैसे हाई-फ्रीक्वेंसी हाइपरलोकल कॉमर्स सेग्मेंट में कंपनी लीडर्स में शामिल है. यूजर्स का नेटवर्क लगातार बढ़ रहा है. मजबूत ब्रांड रिकॉल भी पॉजिटिव फैक्टर है. कंपनी कंज्यूमर टेक्नोलॉजी एंड सर्विसेज प्लेट फॉर्म कटेगिरी में सबसे मूल्यवान ब्रांड है. कंपनी के पास एक अनुभवी पेशेवर मैनेजमेंट टीम है. हालांकि यूजर बेस रिस्क, डिलीवरी पार्टनर रिटेंशन रिस्क, टेक्नोलॉजी रिस्क भी इससे जुड़े हैं.

आदित्य बिरला कैपिटल ने अवॉएड रेटिंग के पीछे कुछ रिस्क फैक्टर गिनाए हैं. जैसे स्विगी की बाजार में कुछ खिलाड़ियों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा है. जबकि क्यूकॉम (इंस्टामार्ट) बिजनेस निगेटिव सीएफओ के साथ कैश बर्निंग बिजनेस है. कंपनी ने आईपीओ से पहले अपना वैल्युएशन 15 बिलियन डॉलर से घटाकर 11.3 बिलियन डॉलर कर दिया है. एफएमसीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स ने क्यूकॉम की सस्टेनिबिलिटी और अनफेयर प्रैक्टिस के बारे में सीसीआई के समक्ष चिंता जताई है, जिस पर कार्रवाई की गई तो ग्रोथ में बाधा आ सकती है.
ब्रोकरेज हाउस की क्या है रेटिंग ? —
एसबीआई सिक्योरिटीज : लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करें
केआर चौकसे : सब्सक्राइब
बजाज ब्रोकिंग : लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करें
अरिहंत कैपिटल : सिर्फ एग्रेसिव इन्वेस्टर्स सब्सक्राइब करें
आदित्य बिरला कैपिटल : अवॉएड
देवेन चौकसे : सब्सक्राइब
Swiggy IPO GMP : 5%-—
स्विगी को लेकर ग्रे मार्केट में बहुत ज्यादा हलचल नहीं दिख रही ह़ै. ग्रे मार्केट में कंपनी का अनलिस्टेड स्टॉक 20 रुपये के प्रीमियम पर है. अपर प्राइस बैंड 390 रुपये के लिहाज से यह प्रीमियम 5 फीसदी है. इस लिहाज से स्टॉक के सुस्त लिस्टिंग के संकेत मिल रहे हैं.
आईपीओ का साइज : 11327 करोड़—
स्विगी के आईपीओ का साइज 11327 करोड़ रुपये है.
इसमें फ्रेश शेयर्स का हिस्सा करीब 4499 करोड़ रुपये का होगा, यानी इसमें 11,53,58,974 इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे.
जबकि OFS यानी ऑफर फॉर सेल वाला हिस्सा करीब 6828 करोड़ रुपये का है, यानी प्रमोटर्स या निवेश इसमें 17,50,87,863 इक्विटी शेयर बेचेंगे.
बता दें कि स्विगी में प्रॉसस (Prosus) और सॉफ्टबैंक (Softbank) जैसी दिग्गज इन्वेस्टमेंट फर्म्स ने निवेश किया है.
Zomato से सीधी प्रतिस्पर्धा—

स्विगी का मुख्यालय बैंगलोर में है और यह 580 से अधिक शहरों में संचालित होता है. पूरे भारत में इसके 200,000 से अधिक रेस्तरां पार्टनर हैं; स्विगी की शुरुआत साल 2014 में हुई थी. कंपनी के प्लेटफॉर्म पर देशभर के 1,50,000 से ज्यादा रेस्टोरेंट्स हैं. कंपनी फूड डिलीवरी के अलावा क्विक कॉमर्स के बिजनेस में भी है. क्विक कॉमर्स का बिजनेस वो इंस्टामार्ट के नाम से करती है.
इसकी जोमैटो के साथ सीधी प्रतिस्पर्धा है. इंस्टामार्ट के बिजनेस में उसका मुकाबला जोमैटो की सब्सिडियरी ब्लिंकिट और जेप्टो से है. इसके अलावा अमेजॉन, टाटा ग्रुप के बिगबास्केट और फ्लिपकार्ट से भी कंपनी की प्रतियोगिता है. जोमैटो ने जुलाई 2021 में 9375 करोड़ इश्यू साइज के साथ अपना आईपीओ लॉन्च किया था और इसे 35 गुना से अधिक सब्सक्राइब किया गया था.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फेमस टीवी के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)