रामनगर, बाराबंकी- जुलूस दौरान डायवर्जन बावजूद पुलिस की लापरवाही में भारी वाहनों को भी निकलने देने के चलते मजदूरी कर परिवार पाल रहे युवक की 14 वर्षीय पुत्री ट्रक की चपेट में आ गई। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। भीड़ के आक्रोशित होने की जानकारी मिलने पर पहुंचे एएसपी उत्तरी ने भीड़ को शांत करते हुए आरोपी दोनो पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार नगर पंचायत रामनगर में पैगंबर साहब की याद में मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा जुलूस निकाला गया। जुलूस के दौरान हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ देखने को मिली। इसके लिए स्थानीय पुलिस भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डटी रही। लेकिन उसी रात लगभग दस बजे नगर के बीच बाजार जिला सीतापुर के थाना रामपुर मथुरा के ग्राम नटनिया निवासी मो. इलियास की चैदह वर्षीयर पुत्री समाकी ट्रक की चपेट में आने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। इलियास परिवार के साथ रामनगर में रहकर मजदूरी करता है। घटना होते ही पूरे नगर में हड़कंप मच गया। जो लोग जुलूस में शामिल घर लौट रहे थे घटना को सुनते ही वापस घटनास्थल पर जमा हो गए। जिससे वहां भारी भीड़ लग गई। भीड़ ने आखिर जिम्मेदार कौन है कहकर भारी आक्रोश जताते हुए पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। वहां पर मौजूद लोगों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही से ही एक लड़की की जान चली गयी। प्रशाशन ने नगर के अंदर बड़े वाहनों का डायवर्जन किया था लेकिन यहां पर तैनात उपनिरीक्षक धर्मेंद्र राठौर व सिपाही दिनेश पाल ने अपनी मनमानी करते हुए बड़े वाहनों को सिग्नल दे दिया और दोनों तरफ से बड़े वाहन निकालने में लग गए। वहीं लोगों के मना करने पर उल्टा उनसे रौब झाड़ने लगे जिसके कारण यह दुर्घटना हुई है।
घटना होते ही पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में लेकर ट्रक चालक को भी गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इसके बाद भी पब्लिक का गुस्सा थमने का नाम नही ले रहा था। इसकी सूचना पाते ही बाराबंकी के एडिशनल एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा कोतवाली रामनगर पहुंचे और मामले की जानकारी करने के बाद सभी लोगों को शांत कराया।
दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। साथ ही मामले की जांच की जा रही है। मृतक के शव को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेजा गया है।