मथुरा – आज 12 मई 2025 को तथागत गौतम बुद्ध जी के आविर्भाव दिवस, बौद्धोत्सव एवं महापरिनिर्वाण दिवस (त्रिविध पर्व) के अवसर पर समता फाउंडेशन एवं महात्मा ज्योतिबा फुले विकास समिति, मथुरा के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस धरने का नेतृत्व अजय सनवाल जी ने किया।
धरना प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य बोधगया महाबोधि विहार पर बौद्ध समुदाय को स्थायी अधिकार दिलाने की मांग को लेकर था। प्रदर्शनकारियों ने 7 सूत्रीय खुला मांग पत्र महामहिम राज्यपाल बिहार एवं मुख्यमंत्री बिहार के नाम संबोधित करते हुए एसडीएम सदर कंचन गुप्ता को सौंपा।
प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी हाथों में “बोधगया मुक्ति – बोधगया बचाओ”, “अनुच्छेद 25 का पालन करो“ जैसे नारे लिखी तख्तियां लेकर गगनभेदी नारे लगाते हुए सरकार के खिलाफ आक्रोश जताते नजर आए। उन्होंने धार्मिक स्वतंत्रता एवं बौद्ध समुदाय के अधिकारों के हनन का आरोप लगाया।

इस अवसर पर संयुक्त वक्तव्य देते हुए रमेश सैनी एवं महासचिव नरेश चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार तत्काल BT एक्ट को निरस्त करे और बौद्ध अनुयायियों को महाबोधि विहार का पूर्ण अधिकार सौंपा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यह मांग भारत के संविधान के अनुच्छेद 25 के अंतर्गत धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के अनुरूप है।
समता फाउंडेशन के लुकेश कुमार राही ने कहा कि भारत की राज्य एवं केंद्र सरकारें धार्मिक आजादी का उल्लंघन कर रही हैं और सांप्रदायिक ताकतों को संरक्षण दे रही हैं, जो संविधान विरोधी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक मांगे पूरी नहीं होतीं, तब तक यह आंदोलन देश-विदेश में जारी रहेगा।
इस धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से धनीराम बाबा प्रधान, बृजलाल कामरेड, हरेंद्र कुमार बंटी, उमेश पाल बौद्ध, एस एन भारती, नरेश सर, बैजू वाल्मीकि, आकाश बाबू, राजू सर, पुष्पेंद्र शुक्ला, इंजीनियर गौरव कुमार, एडवोकेट विवेक कुमार, राज गब्बर नेता, विजय कुमार, गोलू, हीरा चक्रवर्ती, राहुल सैनी, मुकेश सैनी सहित कई गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही।
इस धरना प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया कि बौद्ध समुदाय अपने धार्मिक स्थलों पर अधिकार को लेकर अब शांत नहीं बैठेगा और उसकी यह न्यायसंगत मांग तब तक जारी रहेगी जब तक उसे उसका संवैधानिक अधिकार नहीं मिल जाता।