भाव सात के कारकत्व
इस भाग में हम कुंडली के भाव सात के कारकत्वों की जानकारी लेनेवाले हैं।
कुंडली के भाव सात से संबंधित विषय इस प्रकार हैं-
पत्नी या पति, यात्रा, दैनिक व्यवसाय, विवाह, पति/पत्नी का व्यक्तित्व और चरित्र, पत्नियों की संख्या, विवाह का समय, दाम्पत्य जीवन, स्वास्थ्य, कामातुरता, जननेन्द्रियां, मैथुन, तलाक़, साझेदारी, मृत्यु (मारकत्व), झगड़े, प्रत्यक्ष शत्रु, विजय, चिकित्सा क्षेत्र, स्थानान्तरण, विदेशों में प्रभाव और प्रतिष्ठा, काम शक्ति, साझेदारी, इच्छा-आकांक्षा, सामने आकर लड़नेवाले शत्रु, मुआवजा, यात्रा, कानून, जीवन के खतरे, जनता और समाज के साथ रिश्ते।
सातवें भाव का कारक ग्रह पुरुषों के लिए शुक्र तथा स्त्रियों के लिए गुरु है।
सातवें भाव से संबंधित अंग इस प्रकार हैं-
वस्ति प्रदेश , जननेन्द्रियों के आंतरिक भाग।
सातवें भाव से संबंधित रोग इस प्रकार हैं-
पेडू-पीड़ा, मूत्ररोग, जननेन्द्रिय के रोग, यौन रोग।
इस भाग में इतना ही।
हमारें वीडियो और पोस्ट में दी जानेवाली जानकारी को देखने और ड्राफ्ट को कॉपी पेस्ट करने के लिए आप हमारे यूट्यूब चैनल, ब्लॉग, फेसबुक, न्यूज वेबसाइट को विजिट कर सकते हैं।
उनमें लिखें टेक्स्ट को कॉपी पेस्ट करके अपने लिए नोट्स बना सकते हैं।
यदि फिर भी कोई समस्या आ रही हैं तो वीडियो और पोस्ट में दी गयी मेल आईडी पर मेल करें या सोशल मीडिया पर मैसेज करें। हम यथासंभव सभी को जानकारी देने की कोशिश करेंगे।
ज्योतिष संबंधी मेल आईडी- pmsastrology01@gmail.com
धर्मग्रंथ संबंधी मेल आईडी- dharmgranthpremi@gmail.com
आपका फोन आने पर हम बिजी रहेंगे तो बात नहीं हो पायेगी, इसलिए मेल आईडी पर ही अपने सवाल पूछे या सोशल मीडिया पर मैसेज करें।
हमें जब भी वक़्त मिलेगा रात-देर रात आपके सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे।
हमारे कंटेंट को ढूंढने के लिए कुछ आसान कीवर्ड्स इस प्रकार हैं-
pm ke pen se
pm ke pen se brahma puran
pm ke pen se tarot card
pm ke pen se kundali jyotish
dharmgrantho se upay, upachar aur uargdarshan
धन्यवाद!




