परिवहन निगम का सारा जोर प्रयागराज से श्रद्धालुओं को लाने पर है। निगम ने बृहस्पतिवार को 40 खाली बसों को श्रद्धालुओं को लाने के लिए प्रयागराज भेजा। प्रयागराज से 10 कुंभ स्पेशल ट्रेनों से 15 हजार श्रद्धालुओं ने वापसी की। अधिकांश यात्री सीधे अयोध्या चले गए। महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के स्नान के बाद हाईवे की यातायात व्यवस्था बृहस्पतिवार को भी पटरी पर नहीं आ सकी। सुल्तानपुर डिपो से भेजी गई बसों में एक भी बस की वापसी शाम तक नहीं हो सकी थी। महाकुंभ मेले का दबाव जिले के प्रमुख मार्गों पर भी देखने को मिल रहा है। इधर, बसों की कमी से यात्री परेशान हैं। अधिकारियों के अनुसार, डायवर्जन व जाम की वजह से बसें रास्ते में फंसी हैं। इस वजह से अन्य रूटों पर बसें नहीं चलाई जा रही हैं। वहीं, अयोध्या रूट की बसाें का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। लखनऊ-वाराणसी-बलिया मार्ग पर रोक-रोक कर बसें चलाई जा रही हैं। बस स्टेशन प्रभारी नान्हूराम सरोज ने बताया कि शुक्रवार से यातायात कुछ सामान्य होने की उम्मीद है। रेलवे स्टेशन अधीक्षक बीएस मीना ने बताया कि बृहस्पतिवार को प्रयागराज से श्रद्धालुओं से भरी 10 ट्रेनें आईं। इसमें सुल्तानपुर उतरने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। श्रद्धालु सीधे अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए। करीब 15 हजार यात्रियों ने प्रयागराज से वापसी की है।