सतरिख, बाराबंकी – भारी खनन में जहां पर्यावरण प्रभावित हो रहा है। वहीं भारी भरकम मिट्टी भरे डम्परों की भारी आवाजाही ना सिर्फ ग्रामीणों के लिए सरदर्द बनी हुई है बल्कि तमाम हाल में बने मरम्मत हुए मार्ग बुरी तरह जर्जर हो गए हैं। दूसरी तरफ वहीं पीएम मोदी व सीएम योगी के तमाम प्रयासों व मंशा पर जिम्मेदारों की हीलाहवाली पानी फेर रही है तो खनन माफियाओं के हौसले भी भारी भ्रष्टाचार में बुलंद है। खनन माफिया खुलेआम शासन प्रशासन एवं खनन के मानकों की धज्जियां उड़ा रहे हैं जो समस्त नियम कानून को ताक पर रखकर खनन माफिया मिट्टी खनन कर रहे हैं। बताते चलें कि तहसील नवाबगंज के अंतर्गत सतरिख थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिकंदरपुर में खनन विभाग ने खनन करने का परमिशन जारी किया है। लेकिन यहां खनन माफिया अपनी मनमानी करते नजर आ रहे हैं। गांव के सकरी गलियों से धूल उड़ाते हुए घरों के सामने दरवाजे पर बने चबूतरों को भी खनन के डंपरों ने तोड़ दिया है। सिकंदरपुर में हाल ही में बनी आरसीसी रोड को भी कई जगहों पर डैमेज कर दिया। नियम शर्तों के अनुसार खनन के डंपर नहर की पटरी का रास्ता प्रयोग नहीं करेंगे लेकिन इस आदेश का भी पालन नहीं करते खनन माफिया और नहर की पटरी पर ओवरलोड डंपर दौड़ते नजर आ रहे हैं। गांव के अंदर बच्चे बुजुर्ग दिव्यांग नेत्रहीन स्कूली बच्चे पालतू जानवरों को इन डंपरों से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बड़ी बात एक यह भी है कि गांव के अंदर से जिस पुलिया से मिट्टी और रोड डंपर गुजरते हैं उसे पुलिया पर एक सांकेतिक बोर्ड लगा है। उसे बोर्ड में साफ-साफ लिखा हुआ है की पुलिया क्षतिग्रस्त है कृपया भारी वाहन लेकर ना जाएं नहीं तो कोई अप्रिय घटना घट सकती है। लेकिन हाल ये है ओवरलोड वाहन बड़ी संख्या में वहां से मिट्टी लाद कर गुजर रहे हैं जिससे कभी भी पुल धाराशायी हो सकता है। यहां के ग्रामीण जो षोगी आदित्यनाथ के अंधभक्त है की योगी से अपेक्षा है कि उत्तर प्रदेश की महंत योगी सरकार मामले में संज्ञान ले जनपद मे तेजतर्रार इमानदार डीएम शशांक त्रिपाठी इस पर सख्त कार्यवाही कर खनन माफियाओं को ऐसा सबक सिखाएं की इनक् जाने के बाद भी जनपद में खनन सहित अन्य माफिया सबक ले सुधर कर देशहित में काम करें।